INDIA Alliance: विपक्षी 'INDIA' गठबंधन मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, विपक्षी दल वोटर लिस्ट में 'स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन' यानी SIR और 'वोट चोरी' के आरोपों को लेकर CEC के बयान पर अपना विरोध जताने के लिए ऐसा कर रहे हैं। यह निर्णय कथित तौर पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई 'इंडिया' गठबंधन के फ्लोर लीडर्स की बैठक में लिया गया।
कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन से पूछा गया कि क्या विपक्षी दल महाभियोग प्रस्ताव लाएंगे, तो उन्होंने एएनआई को बताया, 'अगर जरूरत पड़ी, तो हम नियमों के तहत लोकतंत्र के सभी हथियारों का उपयोग करेंगे। हमारी अभी तक इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी, तो हम कुछ भी कर सकते हैं...'। बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 324(5) के तहत मुख्य चुनाव आयुक्त को केवल उसी तरह से हटाया जा सकता है, जैसे कि सुप्रीम कोर्ट के जज को, जिसके लिए संसद में महाभियोग प्रस्ताव की आवश्यकता होती है।
राहुल गांधी ने लगाया था 'वोट चोरी' का आरोप
विपक्ष की तरफ से यह कदम तब उठाया गया है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र, कर्नाटक और हरियाणा में 'वोट चोरी' का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में मतदाता डेटा में हेरफेर किया। 7 अगस्त को, उन्होंने दावा किया कि बेंगलुरु सेंट्रल के महादेवनपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 'चोरी हुए' वोटों ने भाजपा को लोकसभा चुनाव में जीत दिलाई, और उन्होंने चुनाव आयोग पर सत्तारूढ़ दल के साथ 'मिलीभगत' का आरोप लगाया।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने आरोपों को बताया 'निराधार'
बीते दिन CEC ने राहुल गांधी के दावों को 'निराधार' और 'संविधान का अपमान' बताते हुए खारिज कर दिया था। ज्ञानेश कुमार ने कहा कि गांधी को या तो चुनाव आयोग के खिलाफ अपने आरोपों को साबित करने के लिए एक हलफनामा दाखिल करना चाहिए या देश से माफी मांगनी चाहिए। कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'एक हलफनामा देना होगा या देश से माफी मांगनी होगी। तीसरा कोई विकल्प नहीं है।'
यह विवाद बिहार में मतदाता सूचियों के हालिया 'स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन' (SIR) को लेकर विपक्षी दलों द्वारा चुनाव आयोग की कड़ी आलोचना के बीच आया है। CEC ज्ञानेश कुमार ने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग के अधिकारी बिहार में एसआईआर को 'बड़ी सफलता' बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के दरवाजे हमेशा सभी के लिए खुले हैं और यह संस्था सभी के साथ 'पारदर्शी' तरीके से काम कर रही है।