इजरायल के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते के बाद FTA के लिए बातचीत शुरू करेगा भारत, पीयूष गोयल ने दी जानकारी

कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों पक्ष जरूरत पड़ने पर संवेदनशील सेक्टर्स को ट्रेड समझौते के दायरे से बाहर रखने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जब दोस्त मिलकर बिजनेस करते हैं तो वे एक-दूसरे को अच्छी तरह से समझते हैं

अपडेटेड Nov 20, 2025 पर 10:06 PM
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गोयल इजरायल की यात्रा के दौरान एक 60 सदस्यीय इंडियन बिजनेस डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे हैं।

भारत द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीआईटी) के बाद इजरायल के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) के लिए बातचीत शुरू करेगा। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने 20 नवंबर को तेल अवीव में यह बताया। दोनों देशों ने आपसी व्यापार बढ़ाने के लिए लंबे समय से बंद पड़ी बातचीत फिर से शुरू कर दी है। दोनों कई क्षेत्रों में पार्टनरशिप बढ़ाना चाहते हैं।

बीआईटी और प्रस्तावित एफटीए से मार्केट एक्सेस का विस्तार होगा

Piyush Goyal ने एफटीए के लिए बातचीत के रोडमैप पर हस्ताक्षर के बाद कहा कि बीआईटी और प्रस्तावित एफटीए से मार्केट एक्सेस का विस्तार होगा, कैपिटल और इनवेस्टमेंट का फ्लो बढ़ेगा और गुड्स और सर्विसेज के ट्रेड में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि दोनों एग्रीमेट्स का मकसद व्यापार के रास्ते की बाधाओं को हटाना और इकोनॉमिक एंगेजमेंट को लेकर तस्वीर साफ करना है।


दोनों देश संवेदनशील सेक्टर्स को एग्रीमेंट के दायरे से बाहर रखेंगे

कॉमर्स मिनिस्टर ने कहा कि दोनों पक्ष जरूरत पड़ने पर संवेदनशील सेक्टर्स को ट्रेड समझौते के दायरे से बाहर रखने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने कहा, "जब दोस्त मिलकर बिजनेस करते हैं तो वे एक-दूसरे को अच्छी तरह से समझते हैं। इजरायल के जो संवेदनशील होगा उसे भारत एफटीए के दायरे से बाहर रखेगा। ऐसा ही इजारायल भारत के मामले में करेगा।" उन्होंने कहा कि मकसद दोनों का पारस्परिक फायदा है। इससे युवाओं और किसानों के लिए मौके बनेंगे। साथ ही डिफेंस, टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर्स को बढ़ावा मिलेगा।

प्रस्तावित डील से दोनों देशों की इकोनॉमी की जरूरतें पूरी होंगी

गोयल ने इजरायल को इंडिया का स्ट्रेटेजिक पार्टनर बताया। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित डील दोनों इकोनॉमी की जरूरतें पूरी करने में सहायक होगी। यह फ्रेमवर्क दोनों देशों के लिए काफी फायदेमंद होगा। इंडिया में इनोवेशन और कपैसिटी बेस बढ़ाने पर फोकस बढ़ा है, जिससे इजरायली कंपनियों के लिए यहां मौके बने हैं। उन्होंने इंडिया में सालाना स्टेम ग्रेजुएट्स, मजबूत इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी रीजीम और बड़े स्टार्टअप ईकोसिस्टम का उदाहरण दिया।

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गोयल के नेतृत्व में 60 सदस्यीय डेलिगेशन इजरायल की यात्रा पर है

उन्होंने कहा कि इंडिया और इजरायल पहले से डिफेंस, एग्रीटेक, फिनेटक, एजुकेशन, स्पेस टेक्नोलॉजी, साइबरसिक्योरिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं। आगे इन सेक्टर्स में सहयोग और बढ़ने के आसार हैं। गोयल एक 60 सदस्यीय इंडियन बिजनेस डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे हैं। यह डेलिगेशन इजरायल की यात्रा के दौरान सीनियर लीडरशिप और इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात कर रहा है।

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