Pakistan-Afghanistan Clash: भारत ने गुरुवार (16 अक्टूबर) को कहा कि वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच संघर्ष से उत्पन्न स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। भारत के इस बयान को काबुल को नई दिल्ली का फूल समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है। जायसवाल ने कहा कि भारत का वर्तमान में काबुल में एक तकनीकी मिशन है। उन्होंने कहा कि इसे आने वाले दिनों में एक पूर्ण दूतावास में परिवर्तित कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, "तीन बातें स्पष्ट हैं-पहली, पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को पनाह देता है और आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करता है। दूसरी, अपनी आंतरिक विफलताओं के लिए पड़ोसियों को दोष देना पाकिस्तान की पुरानी आदत है।" जायसवाल ने आगे कहा, "और तीसरी, पाकिस्तान इस बात से नाराज है कि अफगानिस्तान अपने क्षेत्रों पर संप्रभुता का इस्तेमाल कर रहा है।"
पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान के साथ 48 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमति बन गई है। यह घोषणा ऐसे समय की गई है जब दोनों देशों के बीच सीमा पर संघर्ष में दोनों ओर से कई लोग मारे गए हैं। विदेश कार्यालय ने कहा, "तालिबान के अनुरोध पर दोनों पक्षों की आपसी सहमति से आज शाम छह बजे से अगले 48 घंटों के लिए पाकिस्तान सरकार और अफगानिस्तान के तालिबान शासन के बीच एक अस्थायी संघर्ष विराम का फैसला किया गया है।"
हालांकि, अफगानिस्तान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि पाकिस्तानी पक्ष के अनुरोध और आग्रह पर दोनों देशों के बीच संघर्षविराम आज शाम 5:30 बजे के बाद प्रभावी होगा। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में मुजाहिद ने कहा कि सरकार ने अपने सशस्त्र बलों को निर्देश दिया है कि वे संघर्ष विराम का सम्मान करें, जब तक कि उकसावे की कोई कार्रवाई ना हो।
विदेश कार्यालय ने कहा, "इस अवधि के दौरान, दोनों पक्ष रचनात्मक बातचीत के माध्यम से इस जटिल लेकिन सुलझने योग्य मुद्दे का सकारात्मक समाधान खोजने के लिए गंभीर प्रयास करेंगे।" सरकारी 'पीटीवी न्यूज' ने पूर्व में बताया था कि पाकिस्तानी सैन्य बलों ने अफगानिस्तान के कंधार प्रांत और राजधानी काबुल में सटीक हमले किए।
पोस्ट में कहा गया, "ये सटीक हमले अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में किए गए। इन हमलों के परिणामस्वरूप, अफगान तालिबान बटालियन संख्या 4 और बॉर्डर ब्रिगेड संख्या 6 पूरी तरह से नष्ट हो गए। दर्जनों विदेशी और अफ़ग़ान आतंकवादी मारे गए।"
इससे पहले, पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि उसने अफगान तालिबान के कई हमलों को नाकाम कर दिया और दोनों देशों के बीच सीमा पर हुई झड़पों की अलग-अलग घटनाओं में 40 से अधिक हमलावरों को मार गिराया।