प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए एक ऐतिहासिक घोषणा की। उन्होंने कहा कि भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और आने वाले सालों में देश अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाएगा।
पीएम मोदी ने कहा,"हम अंतरिक्ष में ‘आत्मनिर्भर भारत गगनयान’ की भी तैयारी कर रहे हैं। हम अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं।"
इससे पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चेयरमैन वीनारायणन ने जुलाई में बताया था कि भारत 2035 तक अपना स्पेस स्टेशन बनाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। इसके पहले चरण में 2028 तक स्पेश स्टेशन के पहले मॉड्यूल को ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि यह प्रोजेक्ट न केवल भारत की वैज्ञानिक क्षमता को दिखाएगी। बल्कि अंतरिक् क्षेत्र में मौजूद बिजनेस अवसरों का भी लाभ उठाने में मदद करेगी।
पीएम मोदी ने कि हाल के सालों में अंतरिक्ष क्षेत्र में हुए सुधारों की सराहना करते हुए कहा कि आज देश में 300 से अधिक स्टार्टअप केवल स्पेस सेक्टर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “इन 300 स्टार्टअप्स में हजारों युवा पूरी क्षमता के साथ काम कर रहे हैं। यही मेरे देश के युवाओं की ताकत है और यही हमारे देश के युवाओं पर हमारा भरोसा है।"
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का भी जिक्र किया, जो जुलाई के मध्य में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से लगभग तीन हफ्ते बिताकर लौटे हैं। मोदी ने कहा, “वो भी कुछ दिनों में भारत आ रहे हैं।”
बता दें कि शुभांशु शुक्ला भारत के दूसरे और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) जाने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री हैं। वह ऐतिहासिक Axiom-4 प्राइवेट स्पेस मिशन का हिस्सा रहे। माना जा रहा है कि 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के मौके पर दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम के दौरान उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री से होगी।