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India-US Trade Deal : ट्रेड डील पर कहां तक पहुंची बात? पीयूष गोयल की अमेरिकी यात्रा पर सरकार ने दी ये जानकारी

India-US Trade Deal : सरकार की ओर से 26 सितंबर को जारी बयान में बताया गया कि, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत की। बयान में कहा गया कि दोनों देशों ने समझौते की संभावित रूपरेखा पर विचार साझा किए और आपसी हितों को ध्यान में रखते हुए जल्द ही ट्रेड डील तक पहुंचने के लिए बातचीत जारी रखने पर सहमति जताई

अपडेटेड Sep 26, 2025 पर 7:22 PM
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ट्रंप टैरिफ के बीच कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भारत का एक प्रतिनिधि मंडल अमेरिका गया था।

India-US Trade Deal: ट्रंप टैरिफ के बीच कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भारत का एक प्रतिनिधि मंडल अमेरिका गया था। इस दौरान दोनों देशों के बीच इंडिया-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर जारी बातचीत को आगे बढ़ाया गया। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करने और निवेश बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई। इस पर सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा- भारत, अमेरिका पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते पर जल्द ही निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए प्रयास करेंगे।

सरकार ने कही ये बात

सरकार की ओर से 26 सितंबर को जारी बयान में बताया गया कि, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर  बातचीत की। बयान में कहा गया कि दोनों देशों ने समझौते की संभावित रूपरेखा पर विचार साझा किए और आपसी हितों को ध्यान में रखते हुए जल्द ही ट्रेड डील तक पहुंचने के लिए बातचीत जारी रखने पर सहमति जताई।

ट्रंप ने दिया एक और झटका

यह बयान उस समय आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय कंपनियों को झटका देते हुए 1 अक्टूबर 2025 से ब्रांडेड और पेटेंट दवाओं पर 100% टैरिफ लगाने का ऐलान किया। हालांकि, अगर कंपनियां अमेरिका में अपनी फैक्ट्री लगाती हैं तो उन्हें इस टैरिफ से छूट मिलेगी। ट्रंप के इस फैसले का असर शेयर बाजार पर भी दिखा और शुक्रवार को निफ्टी 50 और बीएसई सेंसेक्स, दोनों में भारी गिरावट दर्ज की गई।


 H-1B वीजा को बढ़ी फीस

यह नया झटका ट्रंप के H-1B वीजा नियम बदलने के बाद आया है, जिसमें आवेदन शुल्क बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दिया गया है। इस फैसले से भारतीय आईटी कंपनियों को बड़ी मुश्किल हो रही है। इसी बीच, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल 22 से 24 सितंबर तक अमेरिका दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर और भारत में अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर से मुलाकात की।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका में कई बड़े व्यवसायों और निवेशकों से भी बातचीत की ताकि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और निवेश को और मज़बूत किया जा सके। पीआईबी के मुताबिक, अमेरिका में व्यवसायों और निवेशकों के साथ हुई बैठकों को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। व्यापारिक नेताओं ने भारत की विकास यात्रा पर भरोसा जताया और देश में अपने कारोबार को और तेज़ करने की इच्छा दिखाई।

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, विशेष सचिव और मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अमेरिकी समकक्षों से व्यापार और अन्य मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं गोयल ने ब्लैकस्टोन के अध्यक्ष और सह-संस्थापक स्टीफन ए. श्वार्जमैन से भी मुलाकात की और भारत में कंपनी की निवेश योजनाओं पर बात की। यह भारतीय अर्थव्यवस्था में वैश्विक निवेशकों के लगातार भरोसे को दिखाता है।

पीयूष गोयल ने फेडएक्स के अध्यक्ष और सीईओ राज सुब्रमण्यम से भी मुलाकात की। इस दौरान भारत के तेजी से बढ़ते लॉजिस्टिक्स सेक्टर और वैश्विक सप्लाई चेन में उसकी भूमिका को लेकर सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा हुई। बता दें कि, अमेरिका पहले ही भारतीय सामान पर 50% टैरिफ और रूस से कच्चा तेल खरीदने पर 25% टैरिफ लगा चुका है।

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