दिल्ली में शनिवार को ISIS के एक आतंकी की मौत हो गई। मालेगांव और मुंबई धमाकों से जुड़े मामले में इसका नाम सामने आया था। बता दें कि आतंकी साकिब अब्दुल हामिद नाचन का शनिवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई। वह 2002 और 2003 में मुंबई में हुए बम धमाकों का दोषी था और 2023 से तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में बंद था।
जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस हफ्ते की शुरुआत में ब्रेन स्ट्रोक के बाद उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। पहले उसे सोमवार को दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन बुधवार सुबह हालत बिगड़ने पर उसे सफदरजंग अस्पताल शिफ्ट किया गया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, डॉक्टरों ने बताया कि शनिवार को साकिब अब्दुल हामिद नाचन की तबीयत और बिगड़ गई, जिसके बाद दोपहर 12:10 बजे उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम के बाद उसका शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि उसका अंतिम संस्कार रविवार को महाराष्ट्र के पडघा के पास बोरीवली में किया जाएगा।
तीन साल पहले NIA ने किया था गिरफ्तार
नाचन,SIS आतंकी मॉड्यूल का मुख्य आरोपी माना जाता है। वह प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के पूर्व प्रमुख रह चुका है। NIA ने इसे 9 दिसंबर 2023 को 15 अन्य आईएसआईएस सदस्यों के साथ पडघा से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से वह तिहाड़ जेल में बंद था। NIA के अनुसार, साकिब अब्दुल हामिद नाचन, जो पहले भी कई बार आतंकवाद से जुड़े मामलों में सामने आ चुका था, ने खुद को ISIS का "अमीर-ए-हिंद" यानी भारत में संगठन का प्रमुख घोषित किया था।
जून 2024 में NIA ने दिल्ली-पडघा ISIS आतंकी मॉड्यूल केस में नाचन और ISIS के 16 अन्य कट्टरपंथियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया। इस केस में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, उन्हें संगठन से जोड़ने और आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने की साजिश का आरोप है। नाचन के वकील ने बताया कि उन्हें 2021 और 2023 में दो बार ब्रेन स्ट्रोक हो चुका था, और आखिरी बार उन्हें यह समस्या NIA की गिरफ्तारी से पहले हुई थी। साल 2016 में नाचन को मुंबई में 2002 और 2003 के बीच हुए बम धमाकों में दोषी ठहराया गया था। वह पहले प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से भी जुड़ा हुआ था।