Israel-Hamas Ceasefire: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (13 अक्टूबर) को गाजा पट्टी में इजरायल के सभी 20 जीवित बंधकों की रिहाई का स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत क्षेत्र में शांति लाने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करता है। ट्रंप की गाजा शांति योजना के पहले चरण के तहत हमास ने दो साल से अधिक समय पहले बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों को सोमवार को रिहा कर दिया। इसके बाद वे आखिरकार जिंदा इजरायल लौट आए हैं। इस सीजफायर ने दो साल से चल रहे संघर्ष को विराम दिया है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "हम दो साल से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखे गए सभी बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं।" उन्होंने लिखा, "उनकी रिहाई उनके परिवारों के साहस, राष्ट्रपति ट्रंप के अथक शांति प्रयासों और प्रधानमंत्री नेतन्याहू के मजबूत संकल्प के प्रति सम्मान है।" PM मोदी ने कहा, "हम क्षेत्र में शांति लाने के राष्ट्रपति ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करते हैं।"
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को आधकारिक तौर पर इजरायल और हमास के बीच जंग के खत्म होने का ऐलान किया। ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए सीजफायर के टिके रहने पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यह जारी रहेगा। इसके जारी रहने के कई कारण हैं। लेकिन मुझे लगता है कि लोग इससे थक चुके हैं। सदियों बीत गए हैं। मुझे लगता है कि लोग इससे थक चुके हैं।"
शुक्रवार सुबह हमास ने सीजफायर के तहत सभी 20 जीवित इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया। इस समझौते के तहत, इजरायल ने 1,900 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। साथ ही अकालग्रस्त गाजा में खाद्य और सहायता सामग्री की आपूर्ति बढ़ाने पर सहमति जताई।
शुक्रवार सुबह लागू हुआ यह सीजफायर ट्रंप की 20-सूत्रीय गाजा शांति योजना के पहले चरण के बाद आया है। सीजफायर समझौते के तहत, हमास और इजरायल ने सभी बंधकों को रिहा कर दिया है। यह जंग 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमास के हमलों से शुरू हुई थी। तब से इजरायल की सैन्य प्रतिक्रिया में 67,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। ट्रंप ने सीजफायर के लिए इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और कतर की भूमिका की तारीफ की।
इजरायल की संसद केसेट में ट्रंप और नेतन्याहू के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान ट्रंप की मध्यस्थता से नेतन्याहू ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी के साथ फोन पर चर्चा भी की। इसके बाद संसद को नेतन्याहू ने संबोधित किया और कहा कि ट्रंप उनके सबसे अच्छे मित्र हैं। यह दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा सीजफायर समझौते पर ट्रंप को बधाई दी है।