Jharkhand Sthapna Diwas 2025: झारखंड राज्य आज अपना 25वां स्थापना दिवस मना रहा है। आज ही के दिन 25 साल पहले 15 नवंबर 2000 को देश के 28वें राज्य के रूप में झारखंड की स्थापना हुई थी। इसी दिन बिहार के दक्षिणी हिस्से के 18 जिलों को मिला कर ये राज्य बना था और बिहार पुनर्गठन अधिनियम अस्तित्व में आया था। इस खास मौके पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंडवासियों को बधाई दी है।
झारखंडवासी आज अपनी समृद्ध जनजातीय विरासत और लचीलेपन के इतिहास का जश्न मना रहे हैं। इस मौके पर प्रधान मंत्री मोदी ने झारखंड को ‘आदिवासी संस्कृति से समृद्ध एक गौरवशाली राज्य’ कहा। उन्होंने अपने संदेश में ब्रिटिश शासन के खिलाफ आदिवासी आंदोलन के जनक भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने बिरसा मुंड़ा की 150वीं जयंति पर शुभकामना संदेश में कहा कि उनका भारत की आदिवासी पहचान और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘जनजातीय संस्कृति से समृद्ध, गौरवशाली झारखंड के सभी निवासियों को राज्य के स्थापना दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। भगवान बिरसा मुंडा जी की इस धरती का इतिहास साहस, संघर्ष और स्वाभिमान की गाथाओं से भरा पड़ा है।’ उन्होंने राज्य की प्रगति की कामना की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज इस विशेष अवसर पर, मैं राज्य के अपने सभी परिवारजनों के साथ ही यहां की प्रगति और समृद्धि की कामना करता हूं।’
राष्ट्रपति मुर्मू ने भी दीं शुभकामनाएं
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी राज्य के गठन की रजत जयंती पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति भवन की ओर से सोशल मीडिया साइट एक्स पर किए गए ट्वीट में राष्ट्रपति मुर्मू ने झारखंड के लोगों को ‘प्रतिभाशाली और मेहनती’ बताया। उन्होंने राज्य के निवासियों की सराहना की और इसकी आदिवासी विरासत पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रपति ने अपने ट्वीट में कहा, ‘सभी को झारखंड राज्य की स्थापना की रजत जयंती पर हार्दिक शुभकामनाएं! भगवान बिरसा मुंडा की इस धरती के प्रतिभाशाली और कर्मठ लोगों ने राज्य और पूरे देश का गौरव बढ़ाया है।’
उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न झारखंड के देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान को याद करते हुए कहा, ‘मेरी मंगलकामना है कि झारखंड प्रगति-पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहे और राज्य के सभी निवासियों का भविष्य उज्ज्वल हो।’