Jyoti Malhotra: आतंकी हमले से पहले पहलगाम गई थी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, ISI एजेंटों के संपर्क में थी पाकिस्तानी जासूस
YouTuber Jyoti Malhotra: हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को संवेदनशील जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि हिसार की रहने वाली और 'ट्रैवल विद जेओ' नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है
Jyoti Malhotra: अदालत ने पाक जासूस ज्योति मल्होत्रा को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है
Youtuber Jyoti Malhotra News: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा की मशहूर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े व्यक्ति कथित तौर पर काफी दिनों से संपर्क में थे। ज्योति मल्होत्रा के पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के कथित मामले की जांच अभी जारी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि ज्योति इस साल अप्रैल में हुए आतंकी हमले से तीन महीने पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम गई थी। यह भी पता चला है कि ज्योति को पाकिस्तानी उच्चायोग के एक कर्मचारी ने हनीट्रैप में फंसाया था, जिसकी पहचान दानिश के रूप में हुई है। दानिश पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से जुड़ा हुआ है।
हरियाणा के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि ज्योति मल्होत्रा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाक अधिकारी के कथित तौर पर संपर्क में थी।
हिसार के पुलिस अधीक्षक (SP) शशांक कुमार सावन ने कहा कि मल्होत्रा के पास सैन्य या रक्षा अभियानों से जुड़ी किसी भी जानकारी तक सीधी पहुंच नहीं थी, जिसके बारे में कहा जा सके कि हो सकता है उसने वह साझा की हो। लेकिन वह सीधे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के संपर्क में थी।
पुलिस ने बताया कि हिसार की रहने वाली 33 वर्षीय मल्होत्रा 'ट्रैवल विद जो' नामक एक यूट्यूब चैनल चलाती है। पुलिस ने बताया कि ज्योति मल्होत्रा को शुक्रवार को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि मल्होत्रा के खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शनिवार को एक अदालत में पेश किए जाने के बाद मल्होत्रा को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। एसपी सावन ने पत्रकारों को बताया कि मल्होत्रा से हरियाणा पुलिस पूछताछ कर रही है। अधिकारी ने कहा कि मल्होत्रा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के संपर्क में थी। उसने कई बार पाकिस्तान और एक बार चीन की यात्रा की थी।
पहलगाम आतंकी हमले के दौरान मल्होत्रा की गतिविधियों के बारे में किसी भी जानकारी के बारे में पूछे जाने पर और क्या वह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी? इस पर एसपी ने कहा कि (भारत-पाकिस्तान) संघर्ष के दौरान, वह "पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों और उस व्यक्ति के संपर्क में थी जिसे अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया था।’’
पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, "हम उसके लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का फोरेंसिक विश्लेषण करेंगे। इसके बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि उसने क्या जानकारी साझा की।" उन्होंने कहा कि मल्होत्रा के पास सैन्य अभियानों की जानकारी तक पहुंच नहीं थी, फिर भी वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के सीधे संपर्क में थी।
आतंकी हमले से पहले गई थी पहलगाम
अधिकारी ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि ज्योति मल्होत्रा एक प्रायोजित यात्रा पर पाकिस्तान गई थी। उन्होंने बताया कि उसके एक वीडियो में वह चीन जाने के लिए वीजा मांगती दिख रही है। एसपी ने कहा कि पहलगाम हमले से पहले ज्योति मल्होत्रा कश्मीर गई थी। उससे पहले पाकिस्तान गई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस इन यात्राओं के बीच संबंध स्थापित करने की भी कोशिश कर रही है।
सावन ने कहा कि ज्योति मल्होत्रा कथित तौर पर अन्य यूट्यूब इन्फ्लूएंसर के संपर्क में भी थी। उन्होंने कहा, "उसके (मल्होत्रा) माध्यम से, हम अन्य भारतीय संपर्कों की भी जांच कर रहे हैं। हमें कुछ सुराग मिले हैं कि कुछ और शामिल हो सकते हैं।" उन्होंने कहा कि पुलिस यह देखने की कोशिश कर रही है कि किसे "सूचना" प्रदान की जा रही थी।
मल्होत्रा के एक वीडियो के बारे में पूछे जाने पर जिसमें वह 28 मार्च, 2024 को पाकिस्तानी दूतावास जाते हुए देखी जा सकती है, एसपी ने कहा, "सामाजिककरण की अनुमति है लेकिन किसी को उनके इरादों को समझना चाहिए। पाकिस्तान हमारे लिए कोई सामान्य देश नहीं है।"
उन्होंने कहा, "कई बार यात्रा करना, उनसे मिलना-जुलना और संघर्ष के दौरान उनके संपर्क में रहना देश की एकता और संप्रभुता को खतरे में डालता है।" उन्होंने कहा कि मल्होत्रा ने पाकिस्तान में कुछ हाई-प्रोफाइल लोगों से कथित तौर पर मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, "वह उनसे क्यों मिली और उसने उनके साथ क्या जानकारी साझा की... यह सब पूछा जाएगा।"
दानिश से की थी मुलाकात
उन्होंने कहा कि मल्होत्रा पर खुफिया एजेंसियों की काफी समय से नजर थी। सिविल लाइंस पुलिस थाने में 16 मई को दर्ज FIR के अनुसार, 2023 में मल्होत्रा पाकिस्तान उच्चायोग में एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आई, जहां वह पड़ोसी देश की यात्रा के लिए वीजा लेने गई थीं।
FIR में कहा गया है कि मल्होत्रा ने दो बार पाकिस्तान की यात्रा की थी। उसने दानिश के परिचित अली अहवान से मुलाकात की थी, जिसने वहां उसके रहने की व्यवस्था की थी। इसमें कहा गया है कि मल्होत्रा दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में कई बार दानिश से मिली और पता चला है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के संपर्क में थी।
इसमें कहा गया है कि अहवान ने ज्योति मल्होत्रा की पाकिस्तानी सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों से मुलाकात कराई। प्राथमिकी के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा व्हाट्सऐप, टेलीग्राम और स्नैपचैट के जरिए उनसे संपर्क में थी और संवेदनशील जानकारी देती थी।
13 मई को भारत ने उच्चायोग में काम करने वाले पाकिस्तानी अधिकारी को जासूसी में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में निष्कासित कर दिया। बाद में शुक्रवार को मल्होत्रा को हिसार में गिरफ्तार कर लिया गया।