Jyoti Malhotra: फेमस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की फोटो के बैकग्राउंड मे ऐसा क्या है जो खुफिया सुरक्षा एजेंसियां कर रही है इसका जांच
हरियाणा की फेमस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जांच में सामने आया है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े एक शख्स के संपर्क में थी, जिसकी पहचान दानिश नाम के व्यक्ति के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि दानिश पाकिस्तानी उच्चायोग में काम करता है। जांच के शुरुआती दौर में यह भी पता चला है कि ज्योति इस साल अप्रैल में हुए आतंकी हमले से करीब तीन महीने पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम गई थी। अभी इस पूरे मामले की जांच चल रही है।
सोशल मीडिया पर ज्योति मल्होत्रा की डिस्प्ले पिक्चर (DP) में पहली नजर में सबकुछ नॉर्मल लगता है। लेकिन अगर ध्यान से देखें, तो उनके पीछे एक रोड साइन दिखाई देता है, जिस पर लिखा है 'काजीगुंड । अब सोशल मीडिया पर कश्मीर का ये छोटा सा स्टेशन चर्चा में आ गया है।
ऐसा माना जा रहा है कि ये तस्वीर जनवरी के आसपास की हो सकती है, क्योंकि उस समय काजीगुंड में बर्फबारी होती है। खुफिया एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि ज्योति मल्होत्रा ने अपनी फोटो के लिए काजीगुंड को ही बैकग्राउंड के तौर पर क्यों चुना।
जांच अधिकारियों को सबसे ज्यादा चिंता सिर्फ उस एक फोटो को लेकर नहीं है, बल्कि उस फोटो को जिस तरह से दिखाया गया है, वो भी है। जानकारी के मुताबिक, ज्योति मल्होत्रा दो साल में दो बार कश्मीर गई थीं और दोनों बार उन्होंने कुछ ऐसे कम पहचान वाले इलाकों के डिटेल वीडियो बनाए, जिन्हें आम लोग शायद ही जानते हों।
इंटेलिजेंस एजेंसियों को शक है कि इन वीडियो में रेलवे जंक्शन, हाईवे टोल पॉइंट और कम्युनिकेशन टावर जैसी जगहों को जिस तरह से दिखाया गया है, वो एक ट्रैवल व्लॉग से ज्यादा किसी निगरानी या 'रेकी' जैसा लगता है।
काजीगुंड को अक्सर ‘कश्मीर का गेटवे’ कहा जाता है। यह जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित है, जो रणनीतिक रूप से बेहद अहम माना जाता है। यह वह पहला पड़ाव है जहां पीर पंजाल पहाड़ियों को पार करने के बाद कश्मीर घाटी शुरू होती है।
काजीगुंड राष्ट्रीय राजमार्ग 44 और भारतीय रेलवे की उत्तरी लाइन के जरिए जम्मू को श्रीनगर से जोड़ने में अहम भूमिका निभाता है।