Kangana Ranaut apologises: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने सोमवार (27 अक्टूबर) को बठिंडा कोर्ट में 2020-21 के किसान आंदोलन के दौरान 73 साल की महिंदर कौर पर की गई अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगी। कोर्ट में पेश होने के तुरंत बाद, BJP सांसद ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने कोर्ट में शिकायतकर्ता के पति से माफी मांग ली है। सुनवाई के दौरान कौर जिला कोर्ट में मौजूद नहीं थीं। कंगना रनौत ने आगे कहा कि उन्हें 73 साल की महिला के खिलाफ अपनी सोशल मीडिया पोस्ट पर पछतावा है।
कौर की तरफ से दायर मानहानि मामले के सिलसिले में हिमाचल के मंडी से BJP सांसद रनौत कड़ी सुरक्षा के बीच बठिंडा कोर्ट में पेश हुईं। पिछले महीने कोर्ट ने एक्ट्रेस की तरफ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी थी। जुडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास लखबीर सिंह ने कंगना को 27 अक्टूबर को कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने शिकायत रद्द करने से जुड़ी उनकी याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद कंगना ने अपनी याचिका वापस ले ली। 2020-21 के किसान आंदोलन के दौरान कंगना रनौत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का मामला कोर्ट में था। कंगना पर आरोप है कि उन्होंने महिला किसान महिंदर कौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद महिंदर कौर ने कंगना के खिलाफ मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी।
सांसद ने इस शिकायत को रद्द करने के लिए चंडीगढ़ हाईकोर्ट का रुख किया। लेकिन वहां से राहत नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने इस मामले की सुनवाई की। उन्होंने याचिकाकर्ता से कहा, "हम आपके ट्वीट पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। इससे ट्रायल पर असर पड़ेगा। ये सिर्फ एक साधारण रीट्वीट नहीं था। इसमें आपकी टिप्पणी भी शामिल थी।" इसके बाद कंगना के वकील ने कोर्ट से याचिका वापस ले ली।
कंगना रनौत ने किसान आंदोलन के दौरान अपने रीट्वीट में महिंदर कौर की फोटो शेयर की थी। इसमें उन्होंने लिखा था, "यह वही बिलकिस बानो दादी है जो शाहीन बाग प्रदर्शन का हिस्सा थी।" इससे पहले पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने एक अगस्त को कंगना रनौत की याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने अपने आदेश में कहा था कि याचिकाकर्ता एक सेलिब्रिटी हैं। उन पर गंभीर आरोप हैं कि उनके रीट्वीट में लगाए गए झूठे और मानहानिकारक आरोपों से प्रतिवादी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है।