Kufri Ground Report: हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में जारी भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं के कारण भूस्खलन से चार नेशनल हाईवे समेत 617 सड़कें बंद हो गई हैं। कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद करने पड़े हैं। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण किन्नौर कैलाश यात्रा रूट पर भारी तबाही हुई। इसके कारण किन्नौर कैलाश यात्रा स्थगित कर दी गई है। राज्य के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश गुरुवार (7 अगस्त) को भी जारी रही। शिमला के सभी टूरिस्ट स्पॉट्स, होटल, होम स्टे, ढाबे और रेस्टोरेंटों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के मशहूर टूरिस्ट प्लेस कुफरी में तो इस समय कोरोना लॉकडाउन जैसे हालात हो गए हैं। टूरिस्ट डेस्टिनेशन के सड़कों पर इक्का-दुक्का लोग नजर आ रहे हैं। शिमला के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल में कई दुकानों में ताले लगे हुए नजर आ रहे हैं। पर्यटन कारोबारियों ने कहा कि इस समय कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन जैसे हालात हो गए हैं। कुफरी और इसके आसपास के एरिया में मंगलवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया है।
कुफरी के अलावा सैंज, फागू, चायलकोटी, बलदैया, मशोबरा, धरेच, सतोग, नेरिपुल, धमांदरी, चियोग, ददास सहित कई पंचायतो में भारी भूस्खलन और मलबा आने से गावं की अधिकतर प्रमुख सड़के बंद हो गई हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए ठियोग के SDM शशांक गुप्ता ने बुधवार सुबह ही सोशल मीडिया के माध्यम से क्षेत्र के सभी स्कूल में अवकाश घोषित कर दिया। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगले कुछ दिनों तक नदियों-नालों के पास जाने से परहेज करें। साथ ही किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।
स्थानीय लोगों ने क्या कहा?
स्थानीय निवासी ईश्वर लाल चंदेल ने चैनल से कहा, "कुल्लू या मंडी में हो रही तबाही के वीडियो एकदम से सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं। कई बार सोशल मीडिया पर शिमला के नाम से फर्जी खबरें चलना शुरू हो जाती है, जिससे नुकसान हो रहा है। टूरिस्ट दहशत में आ रहे हैं। जबकि शिमला के पर्यटक स्थलों पर कोई नुकसान नहीं हुआ।"
उन्होंने न्यूज 18 से आगे कहा, "इसका असर किसानों-बागवानों पर भी पड़ रहा है। कुफरी में बड़े पैमाने पर होटलों, ढाबों और रेस्त्रां में सब्जियों और सेब की खासी मांग थी। लेकिन पिछले करीब दो महीने से ये मांग लगभग जीरो हो गई है। कुल मिलाकर कोरोना लॉकडाउन से भी बदत्तर स्थिति हो गई है। राज्य सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।"
इसके अलावा, टैक्सी चलाने वाले राजीव कुमार ने कहा, "अब तो स्थिति ये है कि दिहाड़ी भी नहीं लग पा रही। कमाई तो दूर की बात है।" वहीं, कुफरी में 15 सालों से कपड़ों की दुकान चला रहे सुरजीत सिंह अपना दर्द बयां करते हुए कहा, "इस समय दुकान का किराया निकलना भी मुश्किल हो रहा है।"
सुरजीत ने आगे कहा, "मैं दुकान का हर महीने 25,000 रुपये किराया देता हूं। इस बारिश के दौर में जो इक्का-दुक्का सैलानी यहां पहुंच रहे वो भी घूम नहीं पा रहे हैं।" लखनऊ से अपने दोस्तों के साथ कुफरी घूमने आई पायल और मुस्कान ने कहा, "यहां परेशानी तो कोई नहीं है। लेकिन लगातार हो रही बारिश की वजह से घूम नहीं पा रहे हैं और न ही एन्जॉय पा रहे हैं।"
राज्य में भारी बारिश जारी
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश जारी रही है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार मंगलवार रात से कसौली में 145 मिलीमीटर, धर्मपुर में 122.8 मिलीमीटर, गोहर में 120 मिलीमीटर, मलरांव में 103.2 मिलीमीटर, बग्गी में 95.9 मिलीमीटर, नगरोटा सूरियां में 93.4 मिलीमीटर, नैना देवी में 86.4 मिलीमीटर, सुंदरनगर में 80.3 मिलीमीटर, कांगड़ा में 71.4 मिलीमीटर, बिलासपुर में 70.4 मिलीमीटर, धौलाकुआं में 67 मिलीमीटर, मंडी में 65.8 मिलीमीटर, शिमला में 64.4 मिलीमीटर और धर्मशाला में 64 मिलीमीटर बारिश हुई।
बुधवार को चार नेशनल हाईवे सहित 537 सड़कें बंद कर दी गईं। इनमें से 316 सड़कें मंडी जिले में हैं, जो हाल ही में बादल फटने, भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से प्रभावित हुआ था। जबकि 117 सड़के कुल्लू जिले में हैं।