Lokpal BMW Tender: सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने वाली संस्था लोकपाल ने हाई-एंड बीएमडब्ल्यू कारें के लिए टेंडर जारी किया है। लोकपाल की योजना सात बीएडब्ल्यू खरीदने की है। हर कार की कीमत करीब ₹70 लाख है। यह टेंडर 16 अक्टूबर की तारीख में जारी किया गया है। बता दें कि लोकपाल में सात सदस्य हैं जिसमें एक चेयरपर्सन और बाकी छह सदस्य हैं। जो टेंडर जारी किया गया है, उसमें लोकपाल के लिए सात बीएमडब्ल्यू 3 सीरीज 330 एलआई (BMW 3 Series 330 Li) कार की खरीदी जाएंगी।
BMW 3 Series 330 Li कार की क्या हैं खूबियां और कब तक होगी डिलीवरी?
बीएमडब्ल्यू पर मौजूद वेबसाइट के मुताबिक बीएमडब्ल्यू की नई 3 सीरीज लॉन्ग व्हीलेबस इस साल की शुरुआत में देश में लॉन्च की गई थी। यह अपने सेगमेंट की सबसे बड़ी कार है जिसमें दूसरी सीट रो में सबसे ज्यादा जगह है। लोकपाल ने चेयरपर्सन समेत सात सदस्यों के लिए सात बीएमडब्ल्यू 3 सीरीज 330 एलआई कार का टेंडर निकाला है। इसके हर कार की ऑन-रोड कीमत करीब ₹70 लाख है यानी कि लोकपाल की सातों कार पर करीब ₹5 करोड़ खर्च होने हैं। इन कारों की डिलीवरी लोकपाल के दिल्ली के वसंत कुमज इंस्टीट्यूशनल एरिया में स्थित ऑफिस में डिलीवरी होगी। इनकी डिलीवरी सप्लाई ऑर्डर जारी करने की तारीख से दो हफ्ते के भीतर होनी है। हालांकि अगर देरी भी होती है तो हर हाल में 30 दिनों के भीतर हो जाएगी।
लोकपाल की तरफ से जारी टेंडर के मुताबिक जिस वेंडर या कंपनी को चुना जाएगा, उन्हें सप्लाई की गई बीएमडब्ल्यू गाड़ियों के ड्राइवर्स और अन्य स्टाफ के लिए जरूरी प्रैक्टिकल और थ्योरी ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाना होगा ताकि इन गाड़ियों को सुरक्षित तरीके से चलाया जाए। यह ट्रेनिंग कम से कम सात दिनों के लिए होगी और इसे गाड़ियों की डिलीवरी होने की तारीख से 15 दिनों के भीतर पूरा करना होगा। इसका सटीक कार्यक्राम लोकपाल से सलाह-मशविरा कर तय किया जाएगा।
लोकपाल और लोकायुक्त एक्ट, 2013 के तहत बनी लोकपाल देश में अपनी तरह का पहली संस्था है जो इस अधिनियम के दायरे में आने वाले सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करती है। इसमें एक अध्यक्ष और आठ सदस्य होते हैं। इसमें से चार न्यायिक सदस्य होते हैं। लोकपाल के चेयरपर्सन का सैलरी, अलाउंसेज और सर्विस की कंडीशंस सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के समान होती हैं। बाकी सदस्यों का वेतन, अलाउंसेज और सर्विसेज की बाकी परिस्थितियां सुप्राीम कोर्ट के जज के समान होती हैं।