बेइंतहा प्यार, नीले ड्रम का खौफ! पत्नी की शादी उसके प्रेमी से कराना चाहता है मेरठ का ये पति
पुलिस को दिए गए लिखित आवेदन में, सरूरपुर निवासी ने अपनी तलाकशुदा पत्नी का निकाह उसके प्रेमी, जो उसी गांव का एक युवक है, उसके साथ करने की अनुमति मांगी। उसने लिखा कि दोनों परिवार सहमत हैं और भविष्य में उसकी पूर्व पत्नी या उसके प्रेमी को परेशान नहीं किया जाएगा
पत्नी की शादी उसके प्रेमी से कराना चाहता है मेरठ का ये पति (IMAGE-AI)
मेरठ पुलिस को उस समय अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा, जब 15 साल से शादीशुदा और तीन बच्चों का पिता एक व्यक्ति सरूरपुर पुलिस थाने में एक बड़ी ही अजीबोगरीब मांग लेकर पहुंचा- वह अपनी पत्नी की उसके प्रेमी से शादी कराना चाहता है, जिसके आधिकारिक अनुमति चाहिए। राजमिस्त्री का काम करने वाले 38 साल के व्यक्ति ने कहा कि वो ऐसा प्यार के कारण कर रहा है, न कि नाराजगी या गुस्से में आकर।
उन्होंने News18 को बताया, "मैं उससे दिल से प्यार करता था, लेकिन मैं चाहता हूं कि वो खुश रहे- भले ही वो मेरे साथ न हो। मैं मेरठ में एक और 'ब्लू ड्रम' घटना नहीं चाहता।" मेरठ के रहने वाले इस शख्स ने कहा, "जब मैंने वो खबर देखी, तो मैं हिल गया। मैंने तय किया कि मैं उस आदमी की तरह नफरत से खुद को बर्बाद नहीं होने दूंगा। मैंने प्यार और शांति को चुना।"
“ब्लू ड्रम” का जिक्र मेरठ की एक हाल ही की चौंकाने वाली घटना से जुड़ा है। इस मामले में एक व्यक्ति की लाश नीले प्लास्टिक के ड्रम में बंद पाई गई थी। आरोप है कि उसकी पत्नी और उसके प्रेमी ने मिलकर यह वारदात की थी।
पुलिस को दिए गए लिखित आवेदन में, सरूरपुर निवासी ने अपनी तलाकशुदा पत्नी का निकाह उसके प्रेमी, जो उसी गांव का एक युवक है, उसके साथ करने की अनुमति मांगी। उसने लिखा कि दोनों परिवार सहमत हैं और भविष्य में उसकी पूर्व पत्नी या उसके प्रेमी को परेशान नहीं किया जाएगा।
सरूरपुर पुलिस स्टेशन के अधिकारी इस अनुरोध से हैरान रह गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "पति से ऐसा आवेदन मिलना दुर्लभ है। हमने उसे बुलाया और तथ्यों की पुष्टि की। उसने शांति से और बिना किसी कड़वाहट के बात की।"
15 साल की शादी
प्रयागराज में उनके परिवारों ने उस आदमी की शादी तय कर दी थी। उन्होंने सरूरपुर में एक घर बनाया, जहां उन्होंने तीन बच्चों का पालन-पोषण किया- एक 13 साल की बेटी, एक 11 साल का बेटा और एक पांच साल की बेटी।
उन्होंने बताया कि यह घर उनकी पत्नी के परिवार की तरफ से उपहार में दी गई जमीन पर बना है और उसके ही नाम पर रजिस्टर्ड है। उन्होंने कहा, "हम कई सालों तक खुश रहे। फिर, लगभग एक साल पहले, हमारे गांव का एक युवक हमारे घर पर काम करने आया। उन्होंने बातचीत शुरू की और धीरे-धीरे चीजें बदल गईं।"
छह महीने पहले, उसे अपनी पत्नी के अफेयर के बारे में पता चला। उन्होंने कहा, "जब मैंने उससे इस बारे में पूछा, तो उसने कहा कि वह उससे बहुत प्यार करती है और उससे शादी करना चाहती है। मैं टूट गया था, लेकिन मैं उसकी ईमानदारी भी समझ गया था। मैंने उसे बच्चों की खातिर रुकने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उसने अपना मन नहीं बदला। उस दिन मुझे एहसास हुआ कि प्यार जबरदस्ती नहीं किया जा सकता।"
'मैं अधूरे प्यार का दर्द समझता हूं'
पति ने कहा कि उसने कड़वाहट से उबरने के बजाय उसे आजाद करने का फैसला किया। उन्होंने कहा, "मैं अधूरे प्यार का दर्द जानता हूं। मैं नहीं चाहता था कि वह उस दर्द को जीए। लोग प्यार के नाम पर जान ले लेते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि असली प्यार तब होता है, जब आप चाहते हैं कि सामने वाला खुश रहे- भले ही इससे आप टूट जाएं।"
छह महीने पहले, इस जोड़े ने आपसी सहमति से औपचारिक रूप से तलाक ले लिया। उन्होंने बताया कि दोनों परिवारों और यहां तक कि बच्चों ने भी इस फैसले को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने आगे कहा, "मेरे बच्चे सब जानते हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मां खुश हैं, तो हम भी खुश रहेंगे। इससे मुझे हिम्मत मिली।"
निकाह पढ़ाने के लिए कोई मौलवी तैयार नहीं
हालांकि, शादी कराने के लिए मौलवी ढूंढना एक और चुनौती बन गया है। उन्होंने कहा, "मेरठ या सरूरपुर में कोई भी मौलवी निकाह पढ़ाने को तैयार नहीं है। वे कहते हैं कि यह ठीक नहीं है।" उन्होंने आगे कहा, "अब मैं दिल्ली जाने की योजना बना रहा हूं, जहां कुछ मौलवी निकाह पढ़ाने के लिए राजी हो गए हैं।"
निकाह के बाद भी, वह आदमी उसी घर में रहने की योजना बना रहा है, जो उसकी पत्नी का है। उसने कहा, "उसने मुझसे कहा है कि मैं यहां रह सकता हूं। मैं फिर कभी शादी नहीं करूंगा। मैं उसकी यादों के साथ जीऊंगा। अब मेरे जीवन का उद्देश्य उसे खुश देखना है।"
इस बीच, पुलिस ने पुष्टि की है कि वे इस मामले को संवेदनशीलता से संभाल रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जब तक यह सहमति से और कानूनी तौर पर हो, कोई समस्या नहीं है।"
उस आदमी के इस फैसले ने पूरे मेरठ में चर्चा छेड़ दी है- कुछ लोग इसे निस्वार्थ प्रेम का अद्भुत उदाहरण मान रहे हैं, तो कुछ इसे भावनाओं के बिखरने का नतीजा बता रहे हैं।