Get App

Madhya Pradesh: एक और मौत...तेंदुए से लड़ाई में मादा चीता की गई जान, अब कूनो में बचे इतने चीते

सितंबर 2022 और फरवरी 2023 के बीच दो अलग-अलग चरणों में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीते लाए गए थे। प्रोजेक्ट चीता के तहत सितंबर 2022 में नामीबिया से आठ और पिछले फरवरी में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीता लाए गए थे

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 15, 2025 पर 10:22 PM
Madhya Pradesh: एक और मौत...तेंदुए से लड़ाई में मादा चीता की गई जान, अब कूनो में बचे इतने चीते
Cheetah Death: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक दुखद खबर सामने आई है।

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक दुखद खबर सामने आई है। प्रोजेक्ट चीता के एक और चीता की मौत हो गई है। प्रोजेक्ट चीता के फील्ड डायरेक्टर के अनुसार, रविवार 15 सितंबर की शाम करीब 6:30 बजे 20 महीने की मादा चीता मृत पाई गई। यह चीता 21 फरवरी 2025 को अपनी मां ज्वाला और तीन भाई-बहनों के साथ जंगल में छोड़ी गई थी। एक महीने पहले उसने अपनी मां का साथ छोड़ दिया था और हाल ही में वह अपने भाई-बहनों से भी अलग हो गई थी।

प्रारंभिक जांच में उसकी मौत का कारण तेंदुए से भिड़ंत माना जा रहा है, हालांकि अंतिम पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही होगी। इससे पहले नामीबिया से लाई गई मादा चीता 'नभा' की भी शिकार के दौरान मौत हो गई थी। वर्तमान में कूनो पार्क में 25 चीते मौजूद हैं, जिनमें 9 वयस्क (6 मादा और 3 नर) और 16 भारतीय चीते शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि बाकी सभी चीते पूरी तरह स्वस्थ हैं और अच्छी स्थिति में हैं। प्रोजेक्ट चीता से जुड़े अधिकारी लगातार उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।

बता दें कि, सितंबर 2022 और फरवरी 2023 के बीच दो अलग-अलग चरणों में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीते लाए गए थे। प्रोजेक्ट चीता के तहत सितंबर 2022 में नामीबिया से आठ और पिछले फरवरी में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीता लाए गए थे।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें