उज्जैन के ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार को निकलने वाली पारंपरिक राजसी सवारी के साथ श्रावण-भाद्रपद मास का समापन होगा। ये अवसर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि मंदिर की व्यवस्था में होने वाले बड़े बदलाव का संकेत भी देता है। मंगलवार से महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था पूर्व परंपरा के अनुसार बदल जाएगी, जिससे भक्तों को नई सुविधा और अनुभव मिलेगा। लंबे समय से लागू विशेष व्यवस्थाओं और प्रतिबंधों के बीच ये निर्णय श्रद्धालुओं के लिए राहत की खबर है। राजसी सवारी के बाद मंदिर के पट खुलने और भस्म आरती के समय को परंपरागत स्वरूप में लाया जाएगा।