अपोलो क्रैडल एंड चिल्ड्रेंस हॉस्पिटल को खरीदने में कई बड़ी प्राइवेट इक्विटी फर्मों के दिलचस्पी दिखाने का अनुमान है। अपोलो क्रैडल मैटरनल केयर और चाइल्ड केयर मेडिकल सर्विसेज देती है। यह हॉस्पिटल चेन बिक रही है। मामले की जानकारी रखने वाले कई सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह बताया। अपोलो क्रैडल को अपोलो हेल्थ एंड लाइफ स्टाइल चलाती है, जो अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी कंपनी है।
वारबर्ग पिनकस और केदारा कैपिटल भी दिखा सकते हैं दिलचस्पी
एक सूत्र ने बताया, "क्लाउड नाइन हॉस्पिटल्स, रेनबो हॉस्पिटल्स और मदरहुड हॉस्पिटल्स की इस सेगमेंट में मौजूदगी है। वे इस मौके के इस्तेमाल के बारे में सोच रहे होंगे। इससे उन्हें अपने बिजनेस के विस्तार में मदद मिल सकती है।" एक दूसरे सूत्र ने कहा कि वारबर्ग पिनकस और केदारा कैपिटल भी इस डील में दिलचस्पी दिखा सकते हैं। इनवेस्टमेंट बैंक एलेग्रो कैपिटल इस डील में अपोलो क्रैडल की मदद कर रहा है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि संभावित खरीदारों की तरफ से अभी लगाई है या नहीं। सूत्रों ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी।
प्रीमियम बर्थिंग और फर्टिलिटी सर्विसेज की सीएजीआर 12-14 फीसदी
अपोलो हेल्थ लाइफस्टाइल ने हाल में ग्रोथ पर फोकस बढ़ाने और वैल्यू अनलॉकिंग के लिए जिन चार वर्टिकल्स की पहचान की थी, उनमें 'बर्थिंग और वुमेंस हेल्थ सेंटर्स शामिल हैं।' यह डील ऐसे वक्त होने जा रही है, जब प्रीमियम बर्थिंग और फर्टिलिटी सर्विसेज की सीएजीआर 12-14 फीसदी है। इसकी वजह क्वालिटी मैटर्नल केयर की बढ़ती मांग है। ट्रू नॉर्थ, टेमासेक और न्यूक्वेस्ट ने क्लाउडनाइट हॉस्पिटल्स में बड़ा निवेश किया है। अबुधाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी और कुवैत इनवेस्टमेंट अथॉरिटी की रेनबो चिल्ड्रेंस मेडिकेयर में थोड़ी हिस्सेदारी है।
अपोलो हेल्थ एंड लाइफस्टाइल के प्रवक्ता ने कुछ बताने से इनकार किया
टीपीजी और जीआईसी ने एशिया हेल्थकेयर होल्डिंग्स में निवेश किया है। एशिया हेल्थकेयर की रिया हेल्थकेयर में बड़ी हिस्सेदारी है, जो मदरहुड हॉस्पिटल्स को ऑपरेट करती है। इस बारे में अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप को भेजे ईमेल के जवाब में अपोलो हेल्थ एंड लाइफस्टाइल के प्रवक्ता ने कुछ बताने से इनकार कर दिया। क्लाउडनाइन हॉस्पिटल्स, मदरहुड हॉस्पिटल्स, केदारा कैपिटल, एचच, ट्रू नॉर्थ और एलेग्रो ने भी भेजे गए ईमेल के जवाब नहीं दिए।