सोनी इंडिया को फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में रेवेन्यू ग्रोथ डबल डिजिट में रहने की उम्मीद है। कंपनी का मानना है कि उसे फेस्टिव सीजन और जीएसटी रेट्स में कमी का फायदा मिलेगा। हालांकि, एक साल पहले की 20 फीसदी ग्रोथ के मुकाबले ग्रोथ कम रह सकती है। FY25 के पहले पांच महीनों में कंपनी का प्रदर्शन कमजोर रहा है। सितंबर से कंपनी को टीवी और साउंडबार की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है।
प्रीमियम और सुपर-प्रीमियम टीवी कैटेगरीज में बढ़ेगा मार्केट शेयर
जीएसटी के नए रेट्स लागू होने के बाद Sony India को प्रीमियम और सुपर-प्रीमियम टीवी कैटेगरीज में बाजार हिस्सेदारी 3-5 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील नय्यर ने मनीकंट्रोल को बताया कि कोविड के बाद जैसी डिमांड दिखी थी, वैसी डिमांड अभी दिख सकती है। उन्होंने कहा कि यह साल अब तक मिलाजुला रहा है। अप्रैल से अगस्त के पहले पांच महीने सभी कैटेगरीज के लिए फ्लैट रहे। ऑडियो का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन टीवी फ्लैट रहा। उन्होंने कहा कि 22 सितंबर से हमें सभी कैटेगरीज में अच्छी डिमांड की उम्मीद है।
पहली छमाही में कमजोरी का असर पूरे साल की ग्रोथ पर पड़ेगा
उन्होंने कहा, "पहली छमाही में ग्रोथ कमजोर रही, जिसका असर इस फाइनेंशियल ईयर की ग्रोथ पर पड़ेगा। लेकिन, अक्टूबर से मार्च के दौरान ग्रोथ पिछले साल जितनी रह सकती है। अगर जीएसटी में कमी के बाद खरीदारी में कंज्यूमर्स दिलचस्पी दिखाते हैं तो हमें मार्च तक लगातार अच्छी डिमांड देखने को मिल सकती है।" FY24 में कंपनी का रेवेन्यू 7,644 करोड़ था, जो एक साल पहले के मुकाबले 20.6 फीसदी ज्यादा है। कंपनी को अगले दो से तीन सालों में रेवेन्यू 10,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाने की उम्मीद है।
32 इंच से ज्यादा स्क्रीन साइज वाले टीवी पर जीएसटी घटा
जीएसटी काउंसिल ने इस महीने की शुरुआत में 32 इंच से ज्यादा बड़ी स्क्रीन साइज वाले टीवी पर जीएसटी 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। सोनी 22 सितंबर से ग्रहाकों को इसका 7.8 फीसदी बेनेफिट देने जा रही है। इससे टीवी की कीमतें घट जाएंगी। नय्यर ने कहा कि ग्राहकों को टीवी खरीदने पर पैसे की काफी बचत होगी, क्योंकि सोनी के प्रीमियम प्रोडक्ट्स की कीमतें ज्यादा होती हैं। उन्होंने कहा कि अभी सेल काफी कम है, क्योंकि ग्राहक जीएसटी में कमी लागू होने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह तूफान से पहले की शांति है।
16 अगस्त के डिमांड काफी कमजोर
नय्यर ने कहा कि 16 अगस्त से ही डिमांड कमजोर चल रही है। लेकिन, 22 सितंबर से इसके जोर पकड़ने की उम्मीद है। यह कुछ ऐसा रह सकता है, जैसा हमने कोविड के बाद देखा था। उन्होंने मार्केट की ग्रोथ 5-10 फीसदी रहने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि सरकार की दिशा स्पष्ट है। वह कई आइटम्स पर टैक्स घटाकर कंजम्प्शन बढ़ाना चाहती है। इससे परिवारों के हाथ में पैसे बचेंगे। यह पैसा दोबारा इकोनॉमी में लौटकर आएगा। उन्होंने कहा कि प्रीमियम सेगमेंट पर कीमतों में कमी का ज्यादा असर पड़ेगा।