प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आज की कैबिनेट बैठक में देशवासियों के लिए एक बड़ी घोषणा की गई है। आने वाले त्योहारी सीजन को देखते हुए सरकार ने ऐसा फैसला लिया है, जिससे लाखों लोगों को राहत मिलने वाली है। दिवाली और छठ जैसे त्योहारों के दौरान जब लोग अपने घरों की ओर लौटते हैं, तब रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ और टिकट की परेशानी आम बात होती है। लेकिन इस बार यात्रियों को इस झंझट से छुटकारा मिलने वाला है। मोदी सरकार का नया निर्णय त्योहारों की खुशियों को और बढ़ाने वाला है, जिससे सफर और भी आसान और सुविधाजनक हो जाएगा।
ये कदम न केवल यात्रियों के लिए राहत लाएगा बल्कि देश की रेल व्यवस्था में तेजी से हो रहे बदलाव का भी प्रतीक है। इस फैसले ने एक बार फिर दिखा दिया है कि सरकार जनसुविधाओं को लेकर कितनी गंभीर है।
यात्रियों की सुविधा के लिए रेल मंत्रालय का बड़ा कदम
त्योहारी मौसम में लाखों लोग अपने घरों की ओर लौटते हैं। ऐसे में रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए देशभर में अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। इन ट्रेनों से न सिर्फ सीटों की समस्या कम होगी, बल्कि भीड़भाड़ वाले रूट्स पर यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव भी मिलेगा।
कैबिनेट बैठक में चार नई रेलवे परियोजनाओं को हरी झंडी
आज की बैठक में सरकार ने चार नई रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबीक, ये सभी प्रोजेक्ट अगले 3 से 5 वर्षों के भीतर पूरे हो जाएंगे। इसका उद्देश्य रेलवे कॉरिडोर को और अधिक मजबूत बनाना और देश के माल एवं यात्री यातायात को सुगम बनाना है।
भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़ा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि भारत ने अब अमेरिका को पछाड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माल ढुलाई करने वाला देश बन गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में रेलवे क्षेत्र में भारत ने ऐतिहासिक प्रगति की है, जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सात कॉरिडोर में होगा विस्तार, रेल यातायात में आएगी गति
मंत्री ने बताया कि फिलहाल देश के सात प्रमुख रेलवे कॉरिडोर कुल रेल यातायात का लगभग 41% हिस्सा वहन करते हैं। सरकार अब इन कॉरिडोर को और अधिक सशक्त बनाने के लिए कदम उठा रही है। जहां संभव होगा, वहां चार से छह लेन वाले ट्रैक विकसित किए जाएंगे, जिससे यात्रा समय में कमी और माल परिवहन में तेजी आएगी।
रेलवे से घटेगी लागत, पर्यावरण को भी मिलेगा लाभ
कैबिनेट ब्रीफिंग में मंत्री ने कहा कि नई रेलवे परियोजनाओं से न केवल देश की रसद लागत में भारी कमी आएगी, बल्कि ये पर्यावरण के अनुकूल विकास मॉडल भी साबित होगा। सड़क परिवहन के मुकाबले रेल न केवल सस्ता विकल्प है, बल्कि ये कार्बन उत्सर्जन कम करने में भी बड़ी भूमिका निभाएगा।
त्योहारी मौसम में जहां लोगों के चेहरे पर घर लौटने की खुशी है, वहीं मोदी सरकार के इस फैसले ने इस आनंद को और बढ़ा दिया है। 12,000 स्पेशल ट्रेनों और नई रेलवे परियोजनाओं की घोषणा ने एक बार फिर साबित किया है कि भारत न सिर्फ त्योहारों को जोड़ता है, बल्कि विकास की पटरियों पर भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।