रायपुर के अभनपुर स्थित आमनेर गांव में हुए एक 'अंधेरे हत्याकांड' की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। 26 साल के सोनू पाल की हत्या के आरोप में गुरुवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। सोनू पाल का शव इसी हफ्ते की शुरुआत में गोड़ा पुल के पास एक नाले में तैरता हुआ मिला था। आरोपी - 26 साल का सुमित बांडे, 24 साल के अजय रात्रे और 26 साल के गुलशन गायकवाड़ ने पूछताछ के दौरान हत्या की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को जब पहली बार इस घटना की जानकारी मिली, तो यह एक 'गुमनाम हत्या' लग रही थी। स्थानीय लोगों ने नाले में एक व्यक्ति का शव देखा, जिसके सिर और चेहरे पर गहरी चोटें थीं।
पीड़िता पर किसी घातक हथियार से हिंसक हमले के निशान थे। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ. लाल उमेद सिंह ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (नवा रायपुर) विवेक शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) संदीप मित्तल और DSP संजय सिंह के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय टीम को मामले का खुलासा करने का निर्देश दिया।
टीम ने पीड़ित की पहचान, CCTV फुटेज इकट्ठा करने और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की। तकनीकी विश्लेषण और स्थानीय पूछताछ के बाद, पीड़ित की पहचान अभनपुर के गाटापारा गाँव निवासी सोनू पाल, पुत्र महेश पाल के रूप में हुई।
जब जांचकर्ताओं ने पाल की आखिरी गतिविधियों का पता लगाया, तो उन्हें पता चला कि वह अपनी मौत से एक रात पहले अभनपुर में एक शराब की दुकान के बाहर शराब पी रहा था। पुलिस के अनुसार, यहीं पर एक मामूली-सी कहासुनी जानलेवा बन गई।
बीड़ी को लेकर हुए विवाद में हुई हत्या
गुरुवार को बीड़ी को लेकर हुए विवाद में बंदे, रात्रे और गायकवाड़ ने पाल की हत्या कर दी।
इस मामले से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने NDTV को बताया, "आरोपी और पीड़ित अलग-अलग शराब पी रहे थे। सोनू पाल (पीड़ित) ने उनसे (आरोपियों से) बीड़ी मांगी। जब उन्होंने मना कर दिया, तो वह बहस करने लगा। बाद में वे उसे नशीला पदार्थ देने के बहाने फुसलाकर गोदा पुल के पास नाले में ले गए।"
अधिकारी ने बताया कि तीनों ने पाल पर कथित तौर पर मुक्कों और लोहे के कंगन से हमला किया और फिर पत्थर से उसका सिर कुचलकर उसकी लाश नाले में फेंक दी।
इस बीच, एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने कहा कि बंदे, रात्रे और गायकवाड़ को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर हत्या का आरोप लगाया गया है।
SSP सिंह ने कहा, "यह विवाद बीड़ी को लेकर मामूली झगड़ा था, फिर भी यह निर्मम हिंसा में बदल गया।"
पुलिस ने इस अपराध को इस बात का एक भयावह उदाहरण बताया कि कैसे मामूली झगड़े बेवजह हत्याओं में बदल सकते हैं। जांच से पता चला कि आरोपी की पीड़िता से पहले कोई दुश्मनी नहीं थी।