Naxals in Narayanpur: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सोमवार (22 सितंबर) को सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ में 40-40 लाख रुपये के इनामी दो टॉप नक्सली कमांडर मारे गए। एनकाउंटर में ढेर हुए नक्सलियों की पहचान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के केंद्रीय समिति सदस्यों राजू दादा उर्फ कट्टा रामचंद्र रेड्डी और कोसा दादा उर्फ कादरी सत्यनारायण रेड्डी के रूप में हुई है। उनपर 40-40 लाख रुपये का इनाम घोषित था। नारायणपुर जिले के SP रॉबिन्सन ने बताया कि छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र अंतरराज्यीय सीमा क्षेत्र में स्थित अबूझमाड़ इलाके में माओवादी गतिविधियों की सूचना मिलने पर सुरक्षाबलों ने तलाश अभियान चलाया था।
अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के दौरान सोमवार सुबह से माओवादी और सुरक्षाबलों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही थी। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से दो पुरुष माओवादियों का शव, हथियार, विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किया। रॉबिन्सन ने बताया कि शुरुआती पहचान में पुष्टि हुई है कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सली भाकपा (माओवादी) के केंद्रीय समिति के सदस्य राजू दादा उर्फ कट्टा रामचंद्र रेड्डी और कोसा दादा उर्फ कादरी सत्यनारायण रेड्डी हैं।
अधिकारी ने बताया कि 63 वर्षीय नक्सली राजू दादा उर्फ कट्टा रामचंद्र रेड्डी, गुड्सा उसेंडी, विजय और विकल्प के रूप में भी जाना जाता था। उन्होंने कहा कि वह तेलंगाना के करीमनगर का निवासी था औ उसपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 40 लाख रूपये का इनाम घोषित कर रखा था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मारे गए एक अन्य नक्सली 67 वर्षीय कोसा दादा उर्फ कादरी सत्यनारायण रेड्डी को गोपन्ना और बुचन्ना के नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने कहा कि वह भी तेलंगाना के करीमनगर का निवासी थ। उसपर भी छत्तीसगढ़ सरकार ने 40 लाख रूपये का इनाम घोषित किया था।
अमित शाह ने बताया 'नक्सलियों के खिलाफ बड़ी जीत'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सुरक्षा बलों ने महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सलियों के दो शीर्ष नेताओं को मार गिराकर उनके खिलाफ एक बड़ी जीत हासिल की है। शाह के अनुसार, सुरक्षा बलों ने नारायणपुर के अबूझमाड़ क्षेत्र में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति के सदस्यों कट्टा रामचंद्र रेड्डी और कादरी सत्यनारायण रेड्डी को मार गिराया। उन्होंने X पर लिखा, "हमारे सुरक्षा बल व्यवस्थित तरीके से नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व का सफाया कर रहे हैं और 'लाल आतंक' की रीढ़ तोड़ रहे हैं।"
छत्तीसगढ़ के एक पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि, महाराष्ट्र से सटे अबूझमाड़ के एक जंगल में सुबह उस समय मुठभेड़ शुरू हुई, जब सुरक्षा बलों की एक टीम तलाशी अभियान पर निकली थी। उन्होंने बताया कि इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर यह अभियान शुरू किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से एक AK-47 राइफल, अन्य हथियार, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, माओवादी साहित्य, प्रचार सामग्री और दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी बरामद की गईं। इस ताजा कार्रवाई के साथ, इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में 249 नक्सली मारे जा चुके हैं। पुलिस के अनुसार, 11 सितंबर को छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में हुई मुठभेड़ में भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति के सदस्य मॉडम बालकृष्ण सहित दस नक्सली मारे गए थे।