Bihar Election 2025: बिहार के मंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (JDU) के सीनियर नेता अशोक चौधरी और जन सुराज पार्टी (JSP) के संस्थापक प्रशांत किशोर के बीच झगड़ा बढ़ गया है। अशोक चौधरी ने जन सुराज पार्टी (JSP) के संस्थापक प्रशांत किशोर को 100 करोड़ रुपये का मानहानि का नोटिस भेजा है। नोटिस में उन पर बेबुनियाद, निराधार और मानहानिकारक आरोप लगाने का आरोप लगाया गया है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक तब गरमा गई जब प्रशांत किशोर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक चौधरी पर 200 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
अशोक चौधरी के वकील की तरफ से भेजे गए इस नोटिस में कहा गया है कि प्रशांत किशोर को एक हफ्ते के अंदर अपने आरोपों का सबूत देना होगा या फिर मेरे मुवक्किल की छवि खराब करने के लिए बिना शर्त माफी मांगनी होगी। नोटिस में आगे कहा गया है कि ऐसा न करने पर अशोक चौधरी बिहार में 100 करोड़ रुपये के नुकसान के लिए उचित आपराधिक कार्यवाही और एक सिविल मुकदमा दायर करेंगे।
अशोक चौधरी के वकील ने नोटिस भेजकर कहा है कि वह एक हफ्ते के भीतर सबूत पेश करें या फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लिखित या मौखिक माफी मांगें। ऐसा न करने पर 100 करोड़ रुपये का हर्जाना वसूला जाएगा।
अशोक चौधरी ने 'न्यूज नेशन' से बातचीत में कहा, "आजकल आरोप ऐसे लगाए जा रहे हैं जैसे हिट एंड रन केस हो। कोई भी कुछ बोल दे और फिर हम जवाब देते रहें। आरोप का सबूत होना चाहिए। बिना तथ्य के अगर कोई बयान देता है तो उसका जवाब सिर्फ कोर्ट में दिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि पहले भी प्रशांत के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया गया था। उन्हें कोर्ट से समन भी जारी हुआ था।
नोटिस में कहा गया है कि 19 सितंबर, 2025 को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किशोर ने मानहानि वाले बयान दिए थे। नोटिस में आगे कहा गया है कि चौधरी ने तीन दशक से अधिक समय तक जनता की सेवा की है। उन्होंने अपने समर्पण और नेतृत्व के लिए अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित की है। नोटिस में कहा गया है कि किशोर ने चौधरी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। चौधरी ने जन सुराज नेता पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।
नोटिस में यह भी कहा गया है, "यह स्पष्ट रूप से कहा जाता है कि मेरे मुवक्किल का MVV न्यास के कामकाज या उसकी संपत्ति और देनदारियों से कोई लेना-देना नहीं है।" साथ ही, अन्य आरोपों को भी खारिज कर दिया गया है। नोटिस में कहा गया है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में किशोर के बयान पूरी तरह से गलत, आधारहीन, भ्रामक और बहुत आपत्तिजनक थे।
इसमें कहा गया है कि उनका मकसद मेरे मुवक्किल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना और बदनाम करना था। नोटिस में चौधरी द्वारा किशोर के खिलाफ दायर मानहानि के पुराने मामले का भी जिक्र है और कहा गया है कि इस मामले में सक्षम अदालत ने जन सुराज नेता को नोटिस जारी किया है।
प्रशांत किशोर ने क्या लगाया था आरोप?
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने 19 सितंबर को अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि पिछले तीन सालों में संदिग्ध और अवैध तरीकों से 200 करोड़ रूपये की जमीन खरीदी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व चुनाव रणनीतिकार किशोर ने राज्य की NDA सरकार के नेताओं पर निशाना साधा और आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।