Pahalgam Attack: जम्मू और कश्मीर पुलिस ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस की एक जांच में यह बात सामने आई है कि हमला करने वाले आतंकवादियों ने अपने हैंडलर और ओवरग्राउंड वर्कर (OGWs) से संपर्क बनाए रखने के लिए प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से मोबाइल फोन चार्जर खरीदे थे। अधिकारियों ने CNN-News18 को बताया कि एक छोटे से सुराग ने पुलिस को पूरे नेटवर्क तक पहुंचने में मदद की।
एक मोबाइल चार्जर बना अहम सुराग
पुलिस के एक सूत्र ने बताया, 'ऑपरेशन महादेव के दौरान, मुठभेड़ स्थल से तीन मोबाइल चार्जर बरामद किए गए थे। बाद की जांच और तकनीकी सत्यापन से पता चला कि इन चार्जरों में से एक वीवो टी2एक्स 5जी (ऑरोरा गोल्ड) मोबाइल फोन के साथ बंडल किया गया था।' जांच के हिस्से के रूप में अधिकारियों ने वीवो और फ्लिपकार्ट से उन मोबाइल चार्जरों के खरीद डिटेल्स मांगे जो मुलार-महादेव दचिगाम के जंगलों में पाए गए थे।
ऐसे खुला आतंकी नेटवर्क का राज
वीवो ने अपनी जानकारी में चार्जर के मेकिंग की पुष्टि की और फ्लिपकार्ट ने बताया कि ये डिवाइस इकबाल कंप्यूटर्स के मुसैब अहमद चोपान द्वारा खरीदे गए थे। अधिकारियों ने बताया, 'मुसैब ने अपने बयान में स्वीकार किया कि उसने यह डिवाइस मो. युसूफ कटारी को बेचा था।' पुलिस को एक पुष्टिकरण भी मिला कि 24 मई 2025 को युसूफ कटारी ने mPay के माध्यम से ₹14,500 का भुगतान किया था, जिसकी पुष्टि जेएंडके बैंक के रिकॉर्ड से भी हुई। पूछताछ के दौरान मो. युसूफ कटारी ने स्वीकार किया कि उसने पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को लॉजिस्टिकल सपोर्ट प्रदान की थी।
आतंकियों की मदद करने वाला युसूफ कटारी गिरफ्तार
एक खुफिया सूचना के आधार पर श्रीनगर पुलिस ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले से मो. युसूफ कटारी (26) नामक एक ओवरग्राउंड वर्कर को गिरफ्तार किया। पुलिस को उससे पूछताछ के लिए 15 दिन की रिमांड मिली है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पहले ही मारे गए आतंकियों- अफगान भाई, सुलेमान शाह और जिब्रान का नाम लिया था, जो इस साल 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 नागरिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार थे।