Parliament Monsoon Session News Updates: पहलगाम आतंकवादी हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को मार गिराने के लिए सेना और सुरक्षा बलों को बधाई देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में कहा कि 'हम (सरकार) जो कहते हैं, वही करते हैं।' सिंह ने उच्च सदन में पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत की आतंरिक एवं बाहरी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए देश के रक्षा बलों की जो भूमिका रही है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए, वह कम है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में यह विस्तृत जानकारी दी है कि सोमवार को सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि इस अभियान में मारे गए आतंकवादियों के पास से मिले हथियारों की फारेंसिक जांच की गई है। सिंह ने कहा कि जांच में यह पूरी तरफ स्पष्ट हो गया कि यह वे ही हथियार हैं जिनका इस्तेमाल पहलगाम आतंकवादी हमले में किया गया था। रक्षा मंत्री ने कहा, "हम जो कहते हैं, वह करते हैं। यही हमारा चरित्र है।"
जम्मू कश्मीर के पहलगाम इलाके में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी थी। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के बाहरी इलाके के जंगलों में सेना के शीर्ष पैरा कमांडो ने सोमवार को पहलगाम आतंकवादी हमले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता और उसके दो साथियों को मार गिराया था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि एक दिन पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के लोग भी भारत की शासन व्यवस्था का हिस्सा बनेंगे। सिंह ने उच्च सदन में पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा एक दिन ऐसा अवश्य आएगा जब पीओके के लोग भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली और शासन व्यवस्था में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि एक दिन ऐसा अवश्य आएगा जब पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के लोग भी खुद को भारत का हिस्सा मानते हुए गर्व से कहेंगे "मैं भी भारत..."।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले तीन आतंकवादी 'ऑपरेशन महादेव' के तहत मारे जा चुके हैं। उन्होंने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए यह जानकारी दी।
शाह ने कहा, "मैं सदन के माध्यम से, कल हुए 'ऑपेरशन महादेव' की जानकारी पूरे देश को देना चाहता हूं। कल 'ऑपेरशन महादेव' में सुलेमान, अफगान और जिब्रान नाम के तीन आतंकवादी...सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में मारे गए।"
उन्होंने बताया, "सुलेमान, लश्कर-ए-तैयबा का A कैटेगरी का कमांडर था। पहलगाम और गगनगीर आतंकी हमले में वह लिप्त था, इसके बहुत सारे सबूत हमारी एजेंसियों के पास हैं। अफगान और जिब्रान भी A कैटेगरी के आतंकवादी थे।"
गृह मंत्री ने कहा, "जिन्होंने पहलगाम की बैसरन घाटी में हमारे निर्दोष नागरिकों को मारा था, उनमें ये तीनों आतंकवादी शामिल थे और कल तीनों ही मारे गए। मैं सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सभी जवानों को सदन और पूरे देश की ओर से बहुत-बहुत साधुवाद देता हूं।"
गृह मंत्री के अनुसार, बीते 22 अप्रैल को दिन में एक बजे पहलगाम की बैसरन घाटी में हमला हुआ था और वह शाम 5.30 बजे श्रीनगर पहुंच गए थे तथा 23 अप्रैल को एक सुरक्षा बैठक की गई और इसकी पुख्ता व्यवस्था की गई कि नृशंस हत्या करने वाले हत्यारे देश छोड़कर भागने न पाएं।