Operation Sindoor : सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय हमलों में नूर खान एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचने के कुछ दिनों बाद पाकिस्तान अपने सेना के जनरल हेडक्वार्टर(जीएचक्यू) को रावलपिंडी के चकलाला से इस्लामाबाद शिफ्ट करने पर विचार कर रहा है। News18 ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारत द्वारा किए गए हमलों के बाद सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि इस स्ट्रैटेजिक एयर बेस पर कम से कम दो सैन्य परिवहन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। चीनी फर्म मिजाजविजन और भारत के कावा स्पेस की सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि इस एयर बेस को भारी नुकसान हुआ। भारत के हमले में इसके बेस के ईंधन ट्रक और गोदाम की छत नष्ट हो गई है। रनवे के पास मलबा बिखरा हुआ देखा जा सकता है।
इससे पहले आई एक रिपोर्टों में कहा गया था कि सटीक हमलों के बाद शनिवार तड़के पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को रावलपिंडी स्थित जनरल हेडक्वार्टर के भीतर एक सुरक्षित बंकर में ले जाया गया। न्यूज18 ने इसके पहले भी बताया था कि हमले के बाद पाकिस्तान ऑपरेशनल बेस को शिफ्ट करने की योजना पर काम कर रहा है।
स्ट्रेटेजिक नूर खान एयरबेस पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से सिर्फ़ 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यह एक बेहद संवेदनशील सैन्य परिसर के रूप में कार्य करता है। इसमें कई परिवहन स्क्वाड्रन, हवाई ईंधन भरने वाली इकाइयां और PAF कॉलेज चकलाला है। यहां वायु सेना के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने को लिए एक बड़ा सेंटर भी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके पास साब एरीये निगरानी सिस्टम (Saab Erieye surveillance systems), आईएल-78 ईंधन भरने वाले विमान और सी-130 ट्रांसपोर्टर जैसे अहम असेट भी स्थित हैं। यह बेस पाकिस्तान के स्ट्रेटेजिक प्लान डिवीजन के भी करीब है, जो देश के परमाणु शस्त्रागार की देखरेख और सुरक्षा करता है। इस शस्त्रागार में 170 या उससे ज़्यादा परमाणु हथियार होने का अनुमान है। माना जाता है कि ये हथियार पूरे देश में अलग-अलग जगहों पर रखे गए हैं।
भारत द्वारा ब्रह्मोस, हैमर और स्कैल्प मिसाइलों से 11 पाकिस्तानी वायुसैनिक ठिकानों पर हमला करने के कदम ने पड़ोसी देश को होश उड़ा दिए हैं। नूर खान बेस पर हमले को दो परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों के बीच बढ़ते संघर्ष में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा गया।