Operation Sindoor : पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने आंतकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इस ऑपरेशन में आंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान के भी होश उड़ गए। भारत ने जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर चलाया, उससे पाकिस्तान के मानो पैर ही उखड़ गए। वहीं इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान को काफी चोट पहुंचाई है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है, उसके मुताबिक भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन में दुश्मन के 6 फाइटर जेट समेत 9 सैन्य विमान नष्ट कर दिए गए थे।
आतंकी हमले के दूसरे दिन बनी योजना
शीर्ष रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत कम से कम छह पाकिस्तानी लड़ाकू विमान और एक सैन्य परिवहन विमान को मार गिराया है। इससे विपक्ष के उन आरोपों को खारिज कर दिया गया है जिसमें कहा गया था कि भारत ने अमेरिका के दबाव में आकर सीमा पार सैन्य कार्रवाई रोक दी और युद्धविराम के लिए झुक गया। न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के अगले दिन यानी 23 अप्रैल को एक अहम बैठक बुलाई गई, जिसमें पाकिस्तान के दो प्रमुख आतंकवादी ठिकानों, बहावलपुर और मुरीदके को अगला निशाना बनाने का फैसला किया गया। इस उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता तीनों सेना प्रमुखों, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा से सुबह-सुबह लौटे तो उन्होंने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक की अध्यक्षता की और ऑपरेशन की योजनाओं को अंतिम रूप दिया। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अंतरराष्ट्रीय दबाव में आकर झुकाव दिखाया। लेकिन रक्षा सूत्रों ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।
पीएम ने ट्रंप से कोई बात नहीं की
न्यूज18 को एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने बताया, "प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप से कोई बातचीत नहीं की। यहां तक कि जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने संपर्क किया, तब भी प्रधानमंत्री अपने फैसले पर अडिग रहे।"
22 मिनट में पूरा हुआ मिशन
रक्षा अधिकारियों के अनुसार, पायलटों की सुरक्षा और क्षेत्र में तनाव को नियंत्रित रखने के लिए यह एयर स्ट्राइक 7 मई की रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच केवल 22 मिनट तक चली। इस दौरान न तो अंतरराष्ट्रीय सीमा और न ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार किया गया।
सभी भारतीय पायलट सुरक्षित लौटे
न्यूज18 की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि विशेष उपकरणों की मदद से ऑपरेशन के दौरान किए गए हमलों को नाइट विज़न कैमरों के ज़रिए लाइव रिकॉर्ड किया गया, जिससे हर लक्ष्य पर की गई कार्रवाई की निगरानी संभव हो सकी। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 10 से ज्यादा आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, सभी भारतीय पायलट ऑपरेशन के बाद सुरक्षित वापस लौटे। हालांकि भारत ने यह माना है कि मिशन की शुरुआत में कुछ रणनीतिक चूक के चलते उसके कुछ नुकसान हुआ। इन शुरुआती नुकसानों की जांच की जा रही है।
पाकिस्तान के छह से अधिक विमान गिराए गए
रिपोर्ट के अनुसार, भारत की कार्रवाई में पाकिस्तान के छह से ज्यादा सैन्य विमान भी गिराए गए। इनमें एफ-16, जेएफ-17, सी-130 जे सैन्य परिवहन विमान और एक SAAB-2000 AWACS (एयरबोर्न रडार सिस्टम) शामिल थे।
पाकिस्तान को था इस बात का डर
एक अन्य सूत्र के मुताबिक, पाकिस्तान ने खुले युद्ध से बचने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि उसे कराची बंदरगाह पर भारत की संभावित नौसेना कार्रवाई की आशंका थी। हालांकि भारतीय नौसेना पूरी तरह सतर्क और तैयार थी, लेकिन उसने सीधे सैन्य टकराव से दूरी बनाए रखी।