ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलों को भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने बड़े ही जबरदस्त तरीके से मार गिराया। इस संघर्ष के दौरान दुश्मन देश ने तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल किया। उधमपुर में तुर्की के ड्रोन का मलबा मिला है। CNN-News18 की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की के UAV YIHA III का मलबा मिला है। इस UAV को भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम ने पारंपरिक तोपों और वेपन सिस्टम के जरिए मार गिराया था।
तुर्की ड्रोन के विंग्स पर एक मैसेज लिखा हुआ है। इसके अलावा, उधमपुर की ओर भेजे गए और मार गिराए गए बाकी ड्रोन के टुकड़े भी देखने को मिले हैं। इससे साफ है कि पाकिस्तान ने उधमपुर को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया।
तुर्की के ड्रोन को धूल चटाने में भारतीय सेना की L70 गन सिस्टम ने बड़ी अहम भूमिका निभाई। भारतीय सेना की L70 तोप ऑटोमेटिक और मैन्युअल दोनों तरह से खतरों को बेअसर करने में सक्षम है।
यह उधमपुर की सुरक्षा करता है और यह सुनिश्चित करता है कि उधमपुर मिलिट्री स्टेशन पर कोई भी आक्रमण सफल न हो।
इसके अलावा भारतीय सेना के आकाशतीर ने हवाई खतरों से निपटने में अहम भूमिका निभाई थी। इसकी भूमिका हथियार का पता लगाना, पहचानना और उसे चुनने में मदद करना है। यह भारतीय वायु सेना के कमांड और कंट्रोल सेंटर के साथ समन्वय भी करता है, जिससे तालमेल बेहतर होता है।
यूनिट को एक अज्ञात जगह पर रखा गया है और यह लगातार पश्चिमी सीमा पर नजर रख रहा है। पूरे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आकाशतीर के छह नोड्स का इस्तेमाल किया गया था।