Jammu and Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को 26 लोगों की जिंदगी छीन लेने वाले आतंकवादी हमले के बाद कर्नाटक का एक परिवार शोक में डूब गया है। बेंगलुरु के 35 वर्षीय इंजीनियर भारत भूषण अपनी पत्नी सुजाता और तीन साल के बेटे के साथ पहलगाम गए थे। उनकी आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस हमले में सुजाता और उनका तीन वर्षीय बेटा बाल-बाल बच गए। बेंगलुरु के मट्टिकेरे में रह रहीं सुजाता की मां विमला के अनुसार भारत की उनकी पत्नी और बेटे के सामने हत्या कर दी गई।
आतंकवादियों ने भारत से पूछा, 'क्या तुम मुसलमान हो?' इस पर उन्होंने कहा, 'नहीं मैं हिंदू हूं और मेरा नाम भारत है...' इतना सुनते ही आतंकियों ने पत्नी और मासूम के सामने ही उनके सिर में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। इस हत्याकांड को उनकी पत्नी और छोटे बच्चे ने देखा। सुजाता की मां ने बताया कि भारत की उनकी पत्नी और मासूम बेटे के सामने हत्या कर दी गई।
विमला ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "मेरी बेटी ने कुछ देर पहले मुझे फोन किया। उसने बताया कि वह सेना के शिविर में सुरक्षित है और जब उसका भाई पहलगाम पहुंचेगा तब वह अपने पति का शव लेने अस्पताल जाएगी। उसने मुझे बताया कि गोलीबारी उसके सामने ही हुई।" उन्होंने बताया कि जब सुजाता को पता चला कि उसके पति की मौत हो चुकी है तो उसने भारत भूषण का पहचान पत्र उठाया और अपने बेटे के साथ वहां से भाग गई।
भारत के बड़े बेटे प्रीतम ने मंगलवार शाम करीब 7 बजे उन्हें बताया कि उनके पिता घायल हो गए हैं। वह और सुजाता के भाई उन्हें वापस लाने के लिए कश्मीर जा रहे हैं। उन्होंने स्थिति की गंभीरता को कम करके आंका। भारत की सास ने अपनी बेटी सुजाता के साथ अपनी बातचीत का एक दर्दनाक डिटेल्स शेयर दिया। उन्होंने आतंकवादियों की क्रूर हत्याकांड का खुलासा किया।
विमला ने कहा, "उन्होंने स्पष्ट रूप से पूछा कि क्या आप हिंदू हैं और फिर उन्हें गोली मार दी। उन्होंने मेरे दामाद को गोली मार दी क्योंकि वह हिंदू था। उन्होंने महिलाओं और बच्चों को नहीं गोली मारी, लेकिन पुरुषों के सिर में गोली मारी। वे तब तक गोली चलाते रहे जब तक वे गिर नहीं गए।"
जब सुजाता को एहसास हुआ कि उनके पति की हत्या कर दी गई है, तो उन्होंने उनका मोबाइल फोन और पर्स छीन निकालकर घटनास्थल से भाग गईं। वह मंगलवार को दोपहर करीब 2:45 बजे अपनी मां से संपर्क करने में सफल रहीं। भारत की सास के अनुसार, सुजाता को बाद में भारतीय सेना द्वारा सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले कर्नाटक के अन्य व्यक्ति मंजूनाथ राव की बहन रूपा ने शिवमोगा में कहा कि उनका परिवार छुट्टियों में पहली बार राज्य से बाहर यात्रा पर गया था। उनके अनुसार, मंजूनाथ के एक दोस्त ने दोपहर करीब साढ़े चार बजे फोन कर बताया कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रूपा ने कहा, "लेकिन हमें समाचारों के माध्यम से उनकी मृत्यु के बारे में पता चला।" तीर्थहल्ली में अपने पैतृक घर में छुट्टियां मना रही रूपा ने बताया कि उनके भाई अपनी पत्नी और बेटे के साथ पहलगाम गए थे। मंजूनाथ के रिश्तेदार अश्विन ने बताया कि वह अपनी उदारता के लिए प्रसिद्ध थे।