Jammu and Kashmir Terror Attack Live: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार (23 अप्रैल) को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकवादी हमले में शामिल लोगों को निकट भविष्य में मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। इस बीच, सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे
Jammu & Kashmir Pahalgam Terror Attack Live: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर के पास 'मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से मशहूर पर्यटन स्थल बैसरन में मंगलवार (22 अप्रैल) को हुए आतंकी हमले में 26 बेगुनाह लोगों की हत्या कर दी गई। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे। यह 2019 में पुलवामा में हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि 26 मृतकों में दो विदेशी (UAE
Jammu & Kashmir Pahalgam Terror Attack Live: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर के पास 'मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से मशहूर पर्यटन स्थल बैसरन में मंगलवार (22 अप्रैल) को हुए आतंकी हमले में 26 बेगुनाह लोगों की हत्या कर दी गई। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे। यह 2019 में पुलवामा में हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि 26 मृतकों में दो विदेशी (UAE और नेपाल से) और दो स्थानीय निवासी शामिल हैं। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की यात्रा पर हैं।
आतंकी हमले के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी दो दिवसीय यात्रा को बीच में ही समाप्त करके स्वदेश लौटने का फैसला किया। पहलगाम शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर बैसरन चीड़ के पेड़ों के घने जंगलों और पर्वतों से घिरा एक विशाल घास का मैदान है। यह देश और दुनिया के पर्यटकों के बीच पसंदीदा स्थान है।
पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LET) के समर्थक संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों ने कहा कि यह संभव है कि आतंकवादी समूह जम्मू के किश्तवाड़ से दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग के रास्ते बैसरन तक पहुंचा हो। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री मोदी को स्थिति की जानकारी दी।
पीएम मोदी ने आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने x पर कहा, "मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं घायल लोगों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।"
उन्होंने कहा, "इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा...उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा।" प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमले के बाद मदद के लिए चीख-पुकार मच गई, जबकि शव खून से लथपथ पड़े थे। कुछ लोगों का कहना है कि हमलावरों की संख्या पांच थी।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब वर्षों तक आतंकवाद से जूझने के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई है। इससे पहले 14 फरवरी, 2019 को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा इलाके में हुए एक आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद से कई और आतंकी हमले हुए हैं, लेकिन कोई भी इतना गंभीर नहीं था।
साल 2000 में पहलगाम में अमरनाथ आधार शिविर पर हुए एक हमले में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। एक साल बाद शेषनाग में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हमले में 13 लोगों की मौत हुई, जबकि पहलगाम क्षेत्र में 2002 में एक अन्य हमले में 11 लोग मारे गए। पिछले साल मई में पहलगाम के यन्नार में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में राजस्थानी पर्यटक पति-पत्नी घायल हो गए थे।
मार्च 2000 में जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत के दौरे पर थे, तब आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के छत्तीसिंहपुरा में 35 सिखों की हत्या कर दी थी। बैसरन पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। पहलगाम से खच्चरों के माध्यम से इस क्षेत्र तक पहुंचा जा सकता है और रास्ते में पहलगाम शहर व लिद्दर घाटी का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है। यह उन पर्वतारोहियों के लिए शिविर स्थल भी है जो तुलियन झील तक जाते हैं।