Pahalgam Terrorist Attack: 'न्यूज 18' की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को कानपुर का दौरा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित शुभम द्विवेदी के परिजनों से मुलाकात करेंगे। कानपुर के 31 वर्षीय कारोबारी शुभम उन 26 नागरिकों में शामिल थे, जिन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम के पास बैसरन में हुए हमले में अपनी जान गंवा दी थी। भारत ने इस हमले के जवाब में 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया। भारतीय जवानों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया।
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा, "मेरा बेटा, उसकी पत्नी और भाभी 'मिनी स्विट्जरलैंड' नामक जगह पर गए थे, जो काफी ऊंचाई पर है। हम उस जगह से 7 किलोमीटर पहले एक रेस्टोरेंट में रुके थे। वे कुछ नाश्ता कर रहे थे, तभी आतंकवादी आए। उन्होंने पूछा कि तुम हिंदू हो या मुसलमान..और उसके बाद उन्होंने मेरे बेटे के सिर में गोली मार दी।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरी बहू ने उनसे उसे भी मार डालने को कहा, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने उससे कहा कि हम तुम्हें जिंदा छोड़ रहे हैं ताकि तुम पीएम मोदी को यह सब बता सको। हमने श्रीनगर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और हमने उन्हें बता दिया कि हम क्या चाहते हैं।"
इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के यूपी दौरे के दौरान पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के परिजनों से मुलाकात की थी। शुभम की पत्नी राहुल को देखकर रोने लगीं। इस पर राहुल ने उन्हें गले लगा लिया और सांत्वना दी। शुभम के पिता भी कांग्रेस नेता को देखकर अपने आंसू नहीं रोक पाए।
मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा देश शोकाकुल परिवारों के साथ है। उन्होंने कहा कि आतंकियों के खिलाफ कडी और ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए पूरे विपक्ष ने सरकार को समर्थन दिया है। राहुल गांधी ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की है।
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में 6 मई की देर रात 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। इसके बाद भारतीय सेना ने कई पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर भीषण जवाबी हमले किए। भारत और पाकिस्तान चार दिनों तक ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद सैन्य टकराव को समाप्त करने के लिए 10 मई को एक सहमति पर पहुंचे।