दुनियाभर में लोगों को अपने जीवन के ज्ञान और आध्यात्मिक कथा से जोड़ने वाले संत प्रेमानंद महाराज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उनके सत्संग में जाकर, वहां समय गुजार कर करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव आया है लेकिन हाल ही में महाराज के भक्तों को पता चला कि उनकी तबीयत खराब है तो सभी की चिंता बढ़ गई।
प्रेमानंद महाराज की तबीयत को क्या हुआ?
वृंदावन के पूज्य संत प्रेमानंद महाराज लंबे समय से किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और नियमित डायलिसिस करवा रहे हैं। उनकी खराब सेहत के कारण उनकी वार्षिक पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है, जिससे उनके भक्त बहुत परेशान और चिंतित हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें महाराज जी की आंखें सूजी हुईं हैं, उनका चेहरा लाल-सा दिख रहा है और उनकी आवाज भी कमजोर लग रही है। इसके बावजूद, महाराज ने अपने भक्तों को ज्ञान देते हुए अपनी स्थिति के बारे में जानकारी दी है और विश्वास दिलाया है कि वह ठीक होने की और बढ़ रहे हैं।
दोनों किडनी में कैसे आई दिक्कत
महाराज को 2006 में पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज लगी थी, जिससे उनकी दोनों किडनियां खराब हो गईं। तब से वे वृंदावन में रहकर भगवान कृष्ण और राधा के नाम जप में लगे हैं और अपनी बीमारी के बावजूद आध्यात्मिक सेवा करते आ रहे हैं। इलाज के लिए वह केली कुंज आश्रम में हैं जहां उनका रोजाना डायलिसिस होता है। उनके इस हालात को देखकर भक्तों में चिंता बढ़ गई है और वे उनकी शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। आश्रम प्रशासन ने भी लोगों से विनती की है कि वे धैर्य रखें और संत की सेवा में सहायता करें।
कब से शुरू होगा महाराज का सत्संग
प्रेमानंद महाराज की मुश्किल हालत को देखते हुए उनके भक्तों ने सोशल मीडिया पर भी उन्हें सहयोग देने का संकल्प लिया है। संत की ऐसी स्थिति ने भक्तों के लिए भारी पीड़ा उत्पन्न कर दी है, क्योंकि उनके सत्संगों का असर लाखों लोगों के जीवन में दर्शनीय रहा है। इस बीच, संत खुद भी अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए भक्तों को आश्वस्त कर रहे हैं कि वे जल्द स्वस्थ होकर पुनः अपने कार्यों में सक्रिय होंगे।