President Droupadi Murmu News: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने कार्यकाल के तीन साल सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने कार्यकाल के तीसरे वर्ष में विभिन्न देशों की यात्रा कर वैश्विक संबंध मजबूत करने से लेकर पूरे राष्ट्रपति भवन परिसर को दिव्यांगजनों के लिए सुलभ बनाने जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 67 वर्षीय मुर्मू ने 25 जुलाई 2022 को भारत की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। शुक्रवार (25 जुलाई) को उनके कार्यकाल के तीन साल पूरे हो गए हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने कहा, "विभिन्न सुविधाएं स्थापित करके राष्ट्रपति भवन को दिव्यांगजनों के लिए अधिक सुलभ बनाया गया है। अमृत उद्यान और राष्ट्रपति संग्रहालय को दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया गया है।" उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति विभिन्न पहल के माध्यम से समावेशिता को बढ़ावा दे रही हैं। इसमें 'पर्पल फेस्ट' (विविधता का जश्न मनाने वाला कार्यक्रम) और दिव्यांगजनों को राष्ट्रपति भवन और उसके अमृत उद्यान में आमंत्रित करना शामिल है।
गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रपति की वेबसाइट https://www.rashtrapatibhavan.gov.in/ और https://www.presidentofindia.gov.in/ भी अब 22 भाषाओं में उपलब्ध है। राष्ट्रपति ने अपने कार्यकाल के तीसरे वर्ष में न्यूजीलैंड, फिजी, तिमोर-लेस्ते, अल्जीरिया, मॉरिटानिया, मलावी, पुर्तगाल, स्लोवाक गणराज्य और रोम का दौरा किया। गुप्ता ने बताया कि वह फिजी, अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी का दौरा करने वाली पहली भारतीय राष्ट्राध्यक्ष हैं।
मुर्मू के राष्ट्रपति कार्यकाल के तीसरे वर्ष से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रपति ने देश के विभिन्न इलाकों और समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े आदिवासी नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी यात्राओं के दौरान बच्चों से मुलाकात की और समाज के सभी वर्गों, विशेष रूप से आदिवासी और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ बातचीत करके महिला-नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा दिया।
विभिन्न पहलों के लॉन्च के अवसर पर एक छोटे बयान में राष्ट्रपति ने कहा कि यह संतुष्टि की बात है कि पिछले तीन वर्षों में कई फैसले लिए गए और काम किए गए है। उन्होंने कहा कि देश की विकास यात्रा के साथ समाज के सभी वर्गों, विशेष रूप से वंचित और पिछड़े वर्गों को प्रभावी ढंग से जोड़ने का यह हमेशा हमारा प्रयास है। उसने इस तथ्य पर खुशी व्यक्त की कि राष्ट्रपति भवन दिव्यंगजन के लिए अधिक सुलभ हो गए। उसने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले दिनों में विभिन्न नई पहलें होंगी।