Get App

Kailash Vijayvargiya: 'चौराहे पर बहन को चूम लेते हैं राहुल गांधी'; कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर भड़की कांग्रेस

Kailash Vijayvargiya: मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सीनियर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा, "आज के हमारे प्रतिपक्ष के नेता ऐसे हैं, जो अपनी जवान बहन को बीच सड़क पर चौराहे पर चुंबन कर लेते हैं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आपमें से कोई ऐसा है, जो अपनी जवान बहन या बेटी को सार्वजनिक रूप से चुंबन कर लेते हैं।"

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Sep 26, 2025 पर 9:31 AM
Kailash Vijayvargiya: 'चौराहे पर बहन को चूम लेते हैं राहुल गांधी'; कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर भड़की कांग्रेस
Kailash Vijayvargiya: कैलाश विजयवर्गीय के विवादित बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है

Kailash Vijayvargiya: मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सीनियर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार (26 सितंबर) को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर विदेशी संस्कृति का प्रभाव हावी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह बीच सड़क पर अपनी बहन को चूम लेते हैंजबकि भारतीय संस्कृति में लोग अपनी बहन के घर का एक लोटा पानी तक नहीं पीते। विजयवर्गीय ने शाजापुर में भारतीय जनता पार्टी के सेवा पखवाड़े के अंतर्गत पार्टी के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए यह बात कही।

उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा, "आज के हमारे प्रतिपक्ष के नेता ऐसे हैं, जो अपनी जवान बहन को बीच सड़क पर चौराहे पर चुंबन कर लेते हैं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आपमें से कोई ऐसा है, जो अपनी जवान बहन या बेटी को सार्वजनिक रूप से चुंबन कर लेते हैं।" उन्होंने कहा, "यह विदेशी संस्कृति का प्रभाव है जबकि हम अपनी बहन के घर का एक लौटा पानी भी नहीं पीते हैं।"

BJP नेता ने कहा कि भारत की अपनी एक संस्कृति है, देश हमारी इसी संस्कृति से चलेगा। उन्होंने कहा, "हमारे देश में दो विचारधाराएं चल रही हैं। एक विचारधारा देश को महफूज रखने के लिए है जबकि दूसरी विचारधारा देश की संस्कृति के खिलाफ है।" विजयवर्गीय ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवन सादगी, त्याग तथा राष्ट्रनिष्ठा का अद्वितीय प्रतीक था।

उन्होंने कहा, "सेवा, समर्पण और स्वदेश को सर्वोपरि मानने का जो संदेश उन्होंने दिया, वही भारत की आत्मा है और वही हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा।" साल 1916 में मथुरा में जन्मे पंडित दीन दयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पदाधिकारी और जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें