कला किसी के एहसान की मोहताज नहीं होती, यह अपने आप में पहचान बनाती है। राजस्थान के जोधपुर जिले के सरेचा गांव की गीता देवी ने इस बात को पूरी तरह सच साबित किया है। ग्रामीण परिवेश में पलकर भी उन्होंने अपनी मेहनत और हुनर से एक ऐसी खाट बनाई, जो हर किसी को हैरान कर देती है। इस खाट पर उन्होंने सूती धागों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा उकेरा, और इसे दो साल की लगातार मेहनत के बाद पूरा किया। गीता देवी की यह कलाकृति केवल एक सजावटी वस्तु नहीं, बल्कि ग्रामीण महिला शक्ति, धैर्य और रचनात्मकता का प्रतीक भी है।
सोशल मीडिया पर उनकी खाट ने लोगों का ध्यान खींचा और तारीफों के पुल बांध दिए। गीता देवी ने साबित किया कि सीमित संसाधनों और पारंपरिक तकनीक के बावजूद भी प्रतिभा और जुनून की ताकत से कोई भी असंभव काम संभव बनाया जा सकता है।
सूती धागों से बुनी गई अनोखी खाट
ग्रामीण इलाकों में खाट का इस्तेमाल शहरों के बिस्तर की तरह बैठने और सोने के लिए किया जाता है। लकड़ी और धागों से बुनी ये खाट न केवल रोजमर्रा का उपयोग होती है, बल्कि यह कारीगरी का अद्भुत नमूना भी है। गीता देवी इस क्षेत्र की माहिर कारीगर हैं। उन्होंने अपने हाथों से खाट बुनी और उस पर पीएम मोदी के चेहरे की तस्वीर इतनी जीवंत उकेरी कि देखकर हर कोई हैरान रह गया।
सोशल मीडिया पर वाहवाही और कैबिनेट मंत्री की सराहना
गीता देवी की कला की सोशल मीडिया पर चर्चा होने लगी। राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री और लूणी विधायक जोगाराम पटेल ने भी उनकी सराहना की। लोग कह रहे हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी प्रतिभाओं को उचित मंच मिलना चाहिए। सही अवसर मिलने पर ये कलाकार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य और देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
दो साल की मेहनत और हिम्मत
गीता देवी ने इस खाट को बनाने में दो साल का समय लगाया। उनके पति भंवरलाल पटेल ने उन्हें प्रेरित किया और तीन असफल प्रयासों के बाद चौथे प्रयास में गीता ने शानदार चित्र उकेर दिया। इस दौरान वह गर्भवती भी हुईं, बच्चे की मां बनीं, लेकिन अपने उद्देश्य से पीछे नहीं हटीं और सफलता हासिल की।
इस खाट में पीएम मोदी के चेहरे के भाव और कपड़ों की बनावट इतनी बारीकी से उकेरी गई है कि देखने वाले को लगे कि ये किसी रंग से बनाई गई है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि ये पूरी कलाकारी धागों के बुने जाने से की गई है। शेडिंग और डिटेलिंग भी बेजोड़ हैं, जो किसी भी चित्रकार को प्रभावित कर सकती हैं।
गीता देवी का सपना है कि वो ये खाट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट करें। उनका कहना है कि ये खाट सिर्फ एक कलाकृति नहीं, बल्कि मेहनत, समर्पण और ग्रामीण प्रतिभा का प्रतीक है।