India-Pakistan War : भारत के खिलाफ पाकिस्तान की हताशापूर्ण कार्रवाई और रात में होने वाले हमलों से उसके रिटायर्ड आर्मी ऑफीसर घबरा गए हैं। पाकिस्तान के डॉन टीवी का एक मिनट का क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी स्वीकार करता है कि उनके पास केवल छह लाख सैनिकों का बल है। उन्होंने कहा, "भारत के पास 16 लाख की सेना है, हमारी सिर्फ छह लाख है। कोई भी 'गजवा' (युद्ध) हमें नहीं बचा पाएगा।"
पाकिस्तान के पूर्व एयर मार्शल मसूद अख्तर ने आगे कहा, "हमारी लीडरशिप का काम भविष्य को सवांरना। स्थितियां चिंताजनक हैं। हमारे पास इसका कोई जवाब नहीं हैऔर स्थिति बिगड़ती जा रही है। जब तक अमेरिका दबाव नहीं डालेगा,तब तक तनाव में कमी नहीं आएगी। चार मौकों पर भारत ने बड़े पैमाने पर हमले करने की योजना बनाई थी...हमें वास्तव में सोचना होगा कि हमें क्या करना है, ऐसा न होने पर स्थिति हमारे लिए और भी खराब हो जाएगी।"
पाकिस्तान सरकार भारत पर मिसाइलें दाग रही है और सीमा पर भारी गोलाबारी कर रही है। पाकिस्तान का कहना है भारत उस पर हमला कर रहा है और पाकिस्तानी नागरिकों को मार रहा है। पाकिस्तान का यह भी कहना है कि " भारत ने 7 मई को पाकिस्तान के आम नागरिकों की हत्या की थी। लेकिन यह आरोप तब बेमानी हो गया जब जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर ने इस बात की पुष्टि की कि भारत के मिसाइल हमले में उसके 10 पारिवारिक सदस्य और चार करीबी सहयोगी मारे गए। मौलाना मसूद अजहर जाना मान आतंकवादी है।
वहीं भारत सरकार ने कहा है कि 7 मई के हमलों में प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े कम से कम 100 कट्टर आतंकवादी मारे गए। ऑपरेशन सिंदूर नामक सैन्य कार्रवाई पहलगाम में पर्यटकों के नरसंहार का बदला लेने के लिए शुरू की गई थी। भारत की विपक्षी पार्टियों ने भी सरकार की प्रशंसा की है।
JD(U) के संजय झा ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि 2001 के बाद से भारत में हुए सभी महत्वपूर्ण हमलों से जुड़े आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया गया है। AIMIM लीडर असदुद्दीन ओवैसी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए सशस्त्र बलों और सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा की ही शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट को निशाना बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से उसे आतंकवादी संगठन के रूप में क्लासीफाई करने का आग्रह किया।