Robert Vadra In Land Scam Case: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति एवं कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा हरियाणा जमीन सौदा मामले में पूछताछ के लिए समन मिलने के बाद मंगलवार (15 अप्रैल) को नई दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय पहुंचे। अपने घर से ईडी दफ्तर जाते समय रास्ते में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, "जब भी मैं लोगों की आवाज बुलंद करूंगा, ये लोग मुझे दबाएंगे और एजेंसियों का दुरुपयोग करेंगे। मैं हमेशा सभी सवालों के जवाब देता हूं और देता रहूंगा।"
प्रवर्तन निदेशालय ने हरियाणा के शिकोहपुर भूमि सौदे से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में रॉबर्ट वाड्रा को तलब किया है। इस मामले में पूछताछ के लिए उन्हें जारी किया गया यह दूसरा समन है। न्यूज एजेंसी ANI से रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, "इस मामले में कुछ भी नहीं है। पिछले 20 सालों में मुझे 15 बार बुलाया गया और हर बार 10 घंटे से ज्यादा पूछताछ की गई। मैंने 23000 दस्तावेज जमा किए हैं।"
ED ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को भूमि सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया। 56 वर्षीय वाड्रा को इस मामले में पहली बार आठ अप्रैल को तलब किया गया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा केरल के वायनाड से कांग्रेस की सांसद हैं।
वाड्रा के खिलाफ यह जांच हरियाणा के शिकोहपुर में एक भूमि सौदे से जुड़ी है। सूत्रों ने बताया कि ईडी के सामने पेश होने पर एजेंसी मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत उनका बयान दर्ज करेगी। इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक अलग मामले में रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की थी।
वाड्रा ने CNN-News18 से बात करते हुए आरोप लगाया कि एजेंसी का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे राजनीति में लौटने के बारे में सोच रहे हैं। उन्होंने कहा, "यह एजेंसियों का दुरुपयोग है। मैं राजनीति में आने पर विचार कर रहा हूं। इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं। क्या उन्हें मामले में सबूत जुटाने में 20 साल लगेंगे?"
आरोप है कि रॉबर्ट वाड्रा ने स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी को बढ़ावा दिया। उन्होंने 2008 में गुरुग्राम में 7.5 करोड़ रुपये में 3.5 एकड़ जमीन खरीदी। बाद में यह जमीन DLF को 58 करोड़ रुपये में बेच दी गई। सितंबर 2019 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भ्रष्टाचार का एक मामला दर्ज किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि हरियाणा सरकार के अधिकारियों ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश के तहत भूस्वामियों को धोखा दिया।
बाद में ईडी ने मामला दर्ज किया, जिसमें कहा गया कि संपत्ति को लूटा गया था। समन जारी करते हुए ईडी चाहता था कि वाड्रा डीएलएफ, हरियाणा सरकार के लोक सेवकों और स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी में उनकी भूमिका के बारे में सवालों के जवाब दें। अब तक ईडी ने इस मामले में 281.42 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।