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Jitendra Awhad: 'सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया'; NCP नेता जितेंद्र आव्हाड का विवादास्पद बयान, BJP ने शरद पवार से मांगा जवाब

Jitendra Awhad: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-SCP) के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने एक बयान में कहा कि सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म नाम का कोई धर्म कभी नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी तथाकथित सनातन धर्म ने हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज को राज्याभिषेक से वंचित रखा। उन्होंने कहा सनातन धर्म ने छत्रपति संभाजी महाराज को बदनाम किया

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Aug 03, 2025 पर 5:03 PM
Jitendra Awhad: 'सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया'; NCP नेता जितेंद्र आव्हाड का विवादास्पद बयान, BJP ने शरद पवार से मांगा जवाब
Jitendra Awhad: जितेंद्र आव्हाड ने सनातन धर्म की विचारधारा को "विकृत" बताया है

Jitendra Awhad on Sanatan Dharma: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी NCP (शरद पवार गुट) के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने एक विवादित बयान देते हुए कहा है कि सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म नाम का कोई धर्म कभी नहीं था। इसकी विचारधारा विकृत है। हम हिंदू धर्म के अनुयायी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी तथाकथित सनातन धर्म ने हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज को राज्याभिषेक से वंचित रखा। उन्होंने कहा सनातन धर्म ने छत्रपति संभाजी महाराज को बदनाम किया। इसके अनुयायियों ने ज्योतिराव फुले की हत्या की कोशिश की।

उनकी यह टिप्पणी 2008 के मालेगांव विस्फोटों मामले में सभी सात आरोपियों को एक विशेष NIA अदालत द्वारा बरी किए जाने के बाद आई है, जिससे "भगवा आतंकवाद" शब्द पर राजनीतिक बहस फिर से शुरू हो गई है। आव्हाड ने कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर ही थे, जो सनातन धर्म के खिलाफ उठे, मनुस्मृति को जलाया। उन्होंने उसकी दमनकारी परंपराओं को खारिज किया। उन्होंने कहा कि इसी सनातन धर्म ने शाहूजी महाराज की हत्या की साजिश रची। इसने डॉ. बीआर अंबेडकर को पानी पीने और स्कूल जाने तक नहीं दिया।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक उन्होंने ठाणे में कहा, "सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया है। सनातन धर्म नाम का कोई धर्म कभी था ही नहीं। हम हिंदू धर्म के अनुयायी हैं। इसी तथाकथित सनातन धर्म ने हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज को राज्याभिषेक से वंचित रखा। इसी सनातन धर्म ने हमारे छत्रपति संभाजी महाराज को बदनाम किया। इसी सनातन धर्म के अनुयायियों ने ज्योतिराव फुले की हत्या का प्रयास किया। उन्होंने सावित्रीबाई फुले पर गोबर और गंदगी फेंकी।"

जितेंद्र आव्हाड ने आगे कहा, "इसी सनातन धर्म ने शाहू महाराज की हत्या का षडयंत्र रचा। इसने डॉ. बी.आर. अंबेडकर को पानी पीने और स्कूल जाने तक की अनुमति नहीं दी। यह बाबासाहेब अंबेडकर ही थे जो अंततः सनातन धर्म के विरुद्ध उठे, मनुस्मृति को जलाया और इसकी दमनकारी परंपराओं को खारिज किया। मनुस्मृति के रचयिता स्वयं इसी सनातनी परंपरा से निकले थे। किसी को भी खुले तौर पर यह कहने में संकोच नहीं करना चाहिए कि सनातन धर्म और उसकी सनातनी विचारधारा विकृत है।"

बीजेपी ने बोला हमला

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नितेश राणे ने जितेंद्र आव्हाड के 'सनातन' के खिलाफ बयान पर पलटवार किया है। नितेश राणे ने कहा कि 'हिंदू आतंकवाद' या 'सनातनी आतंकवाद' जैसी भाषा भारत की हिंदू और संत परंपरा को बदनाम करने के लिए गढ़ी गई एक परिभाषा है। पहले सुशील कुमार शिंदे, फिर पृथ्वीराज चव्हाण और अब जितेंद्र आव्हाड इसी भाषा का इस्तेमाल कर हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। राणे ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'झूठी धर्मनिरपेक्षता की आड़ में, आव्हाड का एकमात्र एजेंडा हिंदू धर्म और संत परंपरा का अपमान करना है।"

उन्होंने लिखा, "सनातनी आतंकवाद शब्द का प्रयोग हमारे इतिहास, हिंदू परंपरा और सामाजिक क्रांति के प्रवाह का उपहास करने जैसा है। यहां का हिंदू समाज आपके निराधार विचारों का कभी समर्थन नहीं करता और न ही भविष्य में करेगा। सिर्फ अपने एक निर्वाचन क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए पूरे महाराष्ट्र को बर्बाद मत करो।" इस दौरान नितेश राणे ने शरद पवार और सुप्रिया सुले से भी सवाल किए। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, "क्या शरद पवार और सुप्रिया सुले, जितेंद्र आव्हाड के इस बयान से सहमत हैं? क्या राष्ट्रवादी शरद पवार गुट का भी यही रुख है? उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए।"

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