Kashmir Pahalgam Terror Attack: पाकिस्तानियों को उनके देश वापस भेजने के केंद्र सरकार के आदेश के बाद सीमा हैदर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ से उसे भारत में रहने देने की गुहार लगाई है। सीमा ने कहा कि वह बेशक पाकिस्तान की बेटी थी, लेकिन अब भारत की बहू हूं। दो साल पहले सीमा ने अपने चार बच्चों के साथ कथित तौर पर अवैध रूप से भारत में एंट्री किया था। वह गौतमबुद्ध नगर जिले में सचिन मीणा के साथ रह रही है। सीमा का दावा है कि सचिन से शादी के बाद उसने हिंदू धर्म अपना लिया है।
सीमा ने शुक्रवार शाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें एक व्यक्ति उससे कुछ पूछता है। इस पर सीमा कहती है, "मैं पाकिस्तान नहीं जाना चाहती सर।" इसके बाद वह व्यक्ति पूछता है कि मोदी (प्रधानमंत्री) जी से क्या गुहार लगाना चाहेंगी। इस पर सीमा को यह कहते सुना जा सकता है, "मैं यही गुहार लगाना चाहूंगी मोदी जी और योगी जी (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) से कि मैं इनकी शरण में हूं, मैं इनकी अमानत हूं, बेटी पाकिस्तान की थी लेकिन बहू भारत की हूं। मुझे यहां रहने दिया जाए।"
इसी साल सीमा ने 18 मार्च को एक बेटी को जन्म दिया था। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जैकोबाबाद की निवासी सीमा मई 2023 में कराची में अपने घर को छोड़कर बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते भारत आ गई थी। उसने जुलाई में उस समय सुर्खियां बटोरीं, जब भारतीय अधिकारियों ने उसे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के रबूपुरा इलाके में 27 वर्षीय सचिन के साथ रहते पकड़ा।
कथित तौर पर दोनों 2019 में ऑनलाइन गेम खेलते समय संपर्क में आए थे। सीमा के अपने पाकिस्तानी पति गुलाम हैदर से चार बच्चे है। गुलाम ने पहले अपने बच्चों का संरक्षण हासिल करने के लिए एक भारतीय वकील की सेवा ली थी।
जुलाई 2023 में सीमा और सचिन को गिरफ्तार किया गया था। सीमा पर अवैध रूप से भारत में दाखिल होने का आरोप है। जबकि सचिन पर अवैध प्रवासी को शरण देने का मामला दर्ज किया गया था। बाद में, दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
27 अप्रैल तक पाकिस्तानियों को छोड़ना होगा भारत
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए तत्काल प्रभाव से वीजा सेवाएं निलंबित करने का निर्णय लिया है। भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी मौजूदा वैध वीजा 27 अप्रैल 2025 से रद्द कर दिए जाएंगे। पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल 2025 तक वैध होंगे। वर्तमान में भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा की संशोधित अवधि समाप्त होने से पहले भारत छोड़ देना होगा।
सीमा हैदर के वकील को उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार के आदेश से उनकी मुवक्किल को रियायत मिलेगी। सीमा के वकील एपी सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि उनकी मुवक्किल ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के रहने वाले सचिन मीणा से शादी की है। हाल ही में एक बच्ची भारती मीना को भी जन्म दिया है इसलिए वह पाकिस्तानी नागरिक नहीं रह गई हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सीमा को सभी पाकिस्तानी नागरिकों के भारत छोड़ने के आदेश से छूट मिलेगी।
सीमा के भारत आने के बाद से उसकी नागरिकता से जुड़े विभिन्न पहलुओं में उसकी कानूनी सहायता कर रहे वकील सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार का यह निर्देश सिर्फ उन लोगों पर लागू है जिनकी नागरिकता पाकिस्तान की है। उन्होंने कहा कि सीमा पाकिस्तानी नहीं है। वह भारत में हैं और भारतीय है। सिंह ने कहा कि महिला की नागरिकता पति के साथ जुड़ी होती है।
वकील ने कहा, "सीमा का मामला इसलिए अलग है, क्योंकि ATS उसके बारे में पहले से ही जांच कर रहा है। मैंने उसके मामले में राष्ट्रपति के समक्ष याचिका दाखिल की है। सीमा पहले से ही जमानत पर है और वह इससे जुड़ी तमाम शर्तों का पालन कर रही है। जेवर की अदालत ने उससे कहा है कि वह ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में अपनी ससुराल को छोड़कर कहीं नहीं जाएगी।"
सिंह ने कहा, "अंतरराष्ट्रीय न्यायालय और गार्जियनशिप अधिनियम के अनुसार मां ही किसी बच्चे की सर्वश्रेष्ठ अभिभावक होती है। क्या आप भारत में जन्मी बेटी को पाकिस्तान भेजना चाहेंगे?" उन्होंने कहा, "नागरिकता में नेचुरलाइजेशन भी होता है। सीमा की शादी प्राकृतिक हुई। शादी के बाद बच्ची का जन्म प्राकृतिक रूप से हुआ। उत्तर प्रदेश सरकार ने उस बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र जारी किया जिसमें मां का नाम सीमा मीणा और पिता का नाम सचिन मीणा लिखा गया। बच्ची का नाम भारती मीणा रखा गया।"
इस सवाल पर कि क्या इन दलीलों के आधार पर सीमा को केंद्र सरकार के आदेश से छूट मिल जाएगी? सिंह ने कहा, "उन्हें छूट है। गार्जियनशिप एक्ट कहता है कि बच्ची अपनी मां के साथ ही रहेगी।" भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा अवधि समाप्त होने से पहले चले जाना चाहिए।