KCR परिवार में कलह! के. कविता को BRS के प्रमुख पद से हटाया गया, समर्थनों ने शुरू किया विरोध

K Kavitha News: तेलंगाना की मुख्य विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) के संस्थापक के. चंद्रशेखर राव (KCR) के परिवार में इस वक्त सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। KCR की बेटी और BRS एमएलसी के. कविता को तेलंगाना बोग्गू गनी कार्मिक संघम (TBGKS) के मानद अध्यक्ष पद से अचानक से हटाए जाने से भारत राष्ट्र समिति के भीतर गहरी दरार एक बार फिर उजागर हो गई है

अपडेटेड Aug 21, 2025 पर 4:58 PM
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K Kavitha News: BRS के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि असली मुकाबला इस बात पर है कि केसीआर का उत्तराधिकारी कौन होगा

K Kavitha News: तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति के संस्थापक (BRS) के. चंद्रशेखर राव (KCR) के परिवार में इस वक्त सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। KCR की बेटी और BRS एमएलसी के. कविता को तेलंगाना बोग्गू गनी कार्मिक संघम (TBGKS) के मानद अध्यक्ष पद से अचानक से हटाए जाने से भारत राष्ट्र समिति के भीतर गहरी दरार एक बार फिर उजागर हो गई है। कविता जब निजी यात्रा पर अमेरिका गई थीं, तब BRS ने चुपचाप उनकी जगह पूर्व मंत्री और वफादार कोप्पुला ईश्वर को इस पद पर नियुक्त कर दिया। बीआरएस की ओर से एक बयान में कहा गया है कि ईश्वर को पार्टी मुख्यालय, तेलंगाना भवन में हुई एक बैठक में सर्वसम्मति से चुना गया।

यह कदम सुनियोजित लग रहा था, क्योंकि कुछ दिन बाद ही इसके परिणाम सामने आने शुरू हो गए। TBGKS कोषाध्यक्ष वेंकट और अन्य ने अपने इस्तीफे की घोषणा कर। उन्होंने बिना चुनाव के ईश्वर की नियुक्ति को 'अवैध' बताया। उन्होंने कविता के दौरे से लौटते ही विरोध प्रदर्शन करने का वादा किया। वेंकट ने कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि कविता ही थीं जिन्होंने सिंगरेनी कोयला खदानों में हजारों नौकरियां सुरक्षित करने में मदद की थी।

आंतरिक कलह शुरू


वर्षों से तेलंगाना बोग्गू गनी कार्मिक संघम (TBGKS) को कोयला क्षेत्र में बीआरएस द्वारा अपना प्रभाव बढ़ाने के एक साधन के रूप में देखा जाता रहा है। BRS सदस्यों का मानना ​​है कि कविता को हटाना उनके प्रभाव को कम करते हुए अपनी शक्ति को बनाए रखने का एक तरीका था। बता दें कि के. कविता के भाई और पार्टी नेता केटी रामा राव (KTR) के उनसे मतभेद रहे हैं। शायद यही वजह है कि KTR उस बैठक में शामिल नहीं हुए जिसमें उन्हें हटाने का फैसला लिया गया।

यह बगावत की स्थिति रातोंरात नहीं बनी। कविता हाल ही में पार्टी नेताओं के साथ सार्वजनिक रूप से टकरा रही हैं। खासकर उनके पिता और पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव (KCR) को लिखे एक पत्र के मीडिया में लीक होने के बाद कलह और बढ़ गया है।

KCR के उत्तराधिकारी को लेकर बवाल

BRS के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि असली मुकाबला इस बात पर है कि केसीआर का उत्तराधिकारी कौन होगा। आमतौर पर सत्ता संघर्ष किसी नेता के जाने के बाद शुरू होता है, लेकिन BRS में यह तब शुरू हुआ है जब केसीआर तेलंगाना की सत्ता में थे। BRS के भीतर दो गुट हो गया है। एक समूह केटीआर का समर्थन करता है। जबकि दूसरा कविता का। मई में जब लोगों ने कविता से उनके पद पर चर्चा करने के लिए संपर्क किया। तो उन्होंने केटीआर के पार्टी में आगे बढ़ने पर कार्यकारी अध्यक्ष या इसी तरह का कोई पद मांगा। कई लोगों ने इसे परिवार और पार्टी के भीतर सत्ता के लिए गहरी लड़ाई का स्पष्ट संकेत माना।

सूत्रों का कहना है कि केसीआर ने नेताओं से कविता की भूमिका के बारे में सार्वजनिक रूप से न बोलने को कहा है। इससे BRS में विभाजन की अटकलें और तेज हो गई हैं। हालांकि, उनके इस कदम ने स्थिति को और स्पष्ट कर दिया है। उन्हें TBGKS से बाहर करना सिर्फ़ एक संगठनात्मक बदलाव नहीं था। बल्कि BRS से उन्हें बाहर का रास्ता दिलाने के लिए एक राजनीतिक संकेत था।

कविता का पलटवार

कविता ने कथित तौर पर अपने निष्कासन के खिलाफ आवाज उठाई। अमेरिका से उन्होंने सिंगरेनी के मजदूरों को दो पन्नों का एक पत्र भेजा। उन्होंने ईश्वर को उनके चुनाव पर बधाई दी। लेकिन यह भी बताया कि यह श्रम कानूनों का उल्लंघन करके हुआ। साथ ही कहा कि इसके पीछे स्पष्ट राजनीतिक उद्देश्य थे। उन्होंने मजदूरों को याद दिलाया कि 2015 में कोठागुडेम में एक बैठक में उन्हें चुना गया था, जिसमें हजारों लोग शामिल थे।

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उन्होंने अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए आगे कहा, "पिछले एक दशक से समुदाय की एक सम्मानित अध्यक्ष और उससे पहले आंदोलन की एक नेता के रूप में मैं मजदूरों के लिए काम करती रहूंगी।" उन्होंने अपने निष्कासन के पीछे एक साजिश के बारे में भी बात की। किसी का नाम लिए बिना उन्होंने दावा किया कि जिन लोगों ने उनके पिता को उनका पत्र लीक किया था, वे उन्हें कमजोर करने और कार्यकर्ताओं में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं।

Akhilesh Nath Tripathi

Akhilesh Nath Tripathi

First Published: Aug 21, 2025 4:54 PM

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