Sabarmati Jail News: साबरमती सेंट्रल जेल में बंद एक आतंकवाद के आरोपी पर तीन अज्ञात कैदियों ने कथित तौर पर बेरहमी से हमला कर दिया। इसके बाद गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) और गुजरात पुलिस में हड़कंप मच गया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि 'राइसिन' आतंकी साजिश के आरोपी डॉ. अहमद मोहियुद्धीन सैयद को अहमदाबाद की अति सुरक्षा वाली साबरमती सेंट्रल जेल के अंदर तीन विचाराधीन कैदियों के साथ झगड़े के दौरान चोट आई है।
गुजरात के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने हाल ही में सैयद को गिरफ्तार किया था। हैदराबाद का निवासी सैयद MBBS डॉक्टर है। उसे आठ नवंबर को गुजरात एटीएस ने तीन अन्य आतंकियों के साथ गिरफ्तार किया था। उस पर हथियारों और एक घातक जहर 'राइसिन' का उपयोग करके बड़ा आतंकी हमला करने की साजिश रचने का आरोप है।
राइसिन रासायनिक जहर आतंकी साजिश की जांच के दौरान एटीएस ने हैदराबाद में सैयद के घर पर तलाशी ली थी। इस दौरान अज्ञात रसायन और कच्चा माल बरामद हुआ था। एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को पुलिस हिरासत पूरी होने के बाद कुछ दिन पहले ही एक स्थानीय अदालत ने न्यायिक हिरासत में साबरमती केंद्रीय कारागार भेजा था।
जेल अधीक्षक गौरव अग्रवाल ने पीटीआई को बताया कि झगड़े के बाद जेल प्रशासन ने स्थानीय पुलिस से इस घटना के संबंध में FIR दर्ज करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि सैयद खतरे से बाहर है। अग्रवाल ने बताया, "कुछ अज्ञात कारणों से सैयद और तीन अन्य कैदियों के बीच झगड़ा हो गया। सैयद को चोट आईं, जिसके बाद उसे मेडिकल जांच के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया और फिर वापस जेल लाया गया।"
उन्होंने कहा, "हमने इस घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दे दी है। जल्द ही इस संबंध में एक FIR दर्ज की जाएगी।" रिपोर्ट के मुताबिक, घायल आतंकी का जेल के तीन अन्य कैदियों से विवाद हो गया था। इसी दौरान बात मारपीट तक जा पहुंची। तभी तीनों कैदियों ने आतंकी पर हमल बोल दिया। आतंकी का बयान दर्ज करने के बाद तीनों कैदियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की जाएगी।
इस हमले ने साबरमती जेल की आंतरिक सुरक्षा को लेकर नई चिंताएं पैदा कर दी हैं। घटना की सूचना मिलते ही सीनियर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचीं। औपचारिक शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जांचकर्ता हमलावरों की पहचान करने और यह पता लगाने में लगे हैं कि क्या यह हमला किसी आपसी विवाद के कारण हुआ था या जेल के अंदर कोई बड़ी साज़िश थी।