उत्तराखंड में मोरल पुलिसिंग की एक चौंकाने वाली घटना में, एक दक्षिणपंथी समूह के सदस्यों ने 'मिस ऋषिकेश' प्रतियोगिता के लिए रिहर्सल के दौरान छोटे कपड़े पहनने पर मॉडलों का विरोध किया। राष्ट्रीय हिंदू शक्ति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र भटनागर के नेतृत्व में संगठन के सदस्यों ने शुक्रवार को लायंस क्लब ऋषिकेश की ओर से आयोजित रैंप वॉक कार्यक्रम पर आपत्ति जताई।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में भटनागर प्रतियोगियों के साथ ताखी बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं, और उनकी वेस्टर्न ड्रेस पर आपत्ति जता रहे हैं। भटनागर को वहां मौजूद एक दर्जन प्रतियोगियों से यह कहते सुना गया, "मॉडलिंग खत्म हो गई, अब घर जाओ।"
उन्होंने आगे कहा, "ऋषिकेश की संस्कृति को खराब मत करो। यह हमारी संस्कृति नहीं है।"
इसके बाद एक प्रतियोगी ने भटनागर से कहा कि वे सभी दुकानों में ऐसे कपड़ों की बिक्री बंद करवाएं।
हालांकि, उन्होंने उससे कहा कि वह उनसे कुछ न कहे।
प्रतियोगी ने जवाब दिया, "तो फिर आप भी हमसे कुछ मत कहिए। हमें वही करने दीजिए जो हम कर रहे हैं", जिस पर भटनागर ने कहा कि "वे अपने घरों में जो चाहें कर सकते हैं।"
तब प्रतियोगी ने उनसे कहा कि वह कौन होता है उन्हें कुछ भी बताने वाला। उसने पूछा, "आप कौन हैं?"।
भटनागर ने कहा कि वे वहां रह सकते हैं, लेकिन वह "शो बंद कर देंगे"। उन्होंने कहा, "आप उत्तराखंड की संस्कृति को बर्बाद कर रहे हैं।"
लायंस क्लब ऋषिकेश के अध्यक्ष पंकज चंदानी ने प्रतिभागियों का समर्थन करते हुए कहा कि वे वयस्क हैं और वे जो चाहें पहन सकते हैं।
पुलिस ने कहा कि उन्हें कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है और दोनों पक्षों के बीच मामला सुलझ गया है।
मिस ऋषिकेश प्रतियोगिता शनिवार को अपने तय समय पर आयोजित की गई।