Train Luggage Rule: ट्रेन में भी फ्लाइट की तरह बैग लिमिट! कितना ले जा पाएंगे सामान, कितना लगेगा जुर्माना? जानें सबकुछ

रेल मंत्रालय में सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने हमारे सहयोगी News18 को बताया कि यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह ही रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीन के जरिए अपना सामान जांचने के लिए कहा जाएगा और तय सीमा से ज्यादा सामान ले जाने वालों पर पेनल्टी लगाई जाएगी

अपडेटेड Aug 19, 2025 पर 7:31 PM
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Train Luggage Rule:ट्रेन में भी फ्लाइट की तरह बैग लिमिट! किस क्लास में कितनी छूट, कितना लगेगा जुर्माना?

अगर आप अक्सर ट्रेन से सफर करते हैं तो ये नजारा आपको खूब पता होगा- बड़े-बड़े सूटकेस लेकर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे लोग, ट्रेन की सीट के नीचे ठूंस ठूंसकर भरे बैग और हर एक कोने में बैग, सूटकेस और यात्रियों के सामान। अब तक रेलवे ने इस मामले में बड़ी दरियादिली दिखाई है, उसने कभी एयरलाइंस की तरह हर किलो का हिसाब-किताब नहीं किया। लेकिन जनाब, अब खेल बदलने वाला है! रेलवे अब एयर पोर्ट और फ्लाइट की तरह ही ट्रेन में भी सामान ले जाने की लिमिट तय करने की तैयारी कर रहा है।

रेल मंत्रालय में सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने हमारे सहयोगी News18 को बताया कि यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह ही रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीन के जरिए अपना सामान जांचने के लिए कहा जाएगा और तय सीमा से ज्यादा सामान ले जाने वालों पर पेनल्टी लगाई जाएगी।

बिज़नेस टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना के पहले फेज में प्रयागराज, मिर्जापुर, कानपुर और अलीगढ़ जंक्शन जैसे स्टेशन शामिल होंगे। अगर यह व्यवस्था ठीक से काम करती है, तो इसे धीरे-धीरे और शहरों में भी लागू किया जाएगा।


तो, ये नए नियम क्या हैं? आप कितना सामान ले जा सकते हैं? और अगर आपके बैग का वजन ज्यादा निकला तो आपको कितना जुर्माना भरना पड़ सकता है? इस वीडियो में आज इन सभी जरूरी सवालों के जवाब जानते हैं।

कितना सामान ले जाने की लिमिट होगी?

तकनीकी रूप से, भारतीय रेलवे में लगेज यानी सामान से जुड़े नियम पहले से ही मौजूद हैं, लेकिन ज्यादातर यात्रियों ने शायद ही कभी इन्हें लागू होते देखा हो। अब, यह बदलने वाला है, और एयरपोर्ट की तरह, आपके सामान का वजन इस बात पर निर्भर करेगा कि आप किस क्लास में यात्रा कर रहे हैं। चलिए देखतें हैं अलग-अलग क्लास में कितनी लगेज लिमिट होगी।

फर्स्ट AC: यात्री 70 किलो तक सामान ले जा सकते हैं, साथ ही 15 किलो की छूट भी। अगर आपको इससे ज्यादा सामान की जरूरत है, तो आप पार्सल वैन में 65 किलो अतिरिक्त सामान बुक कर सकते हैं।

सेकंड AC: इसमें सामान ले जाने की सीमा 50 किलोग्राम है, जिसमें 10 किलोग्राम की अतिरिक्त छूट है। इससे ज्यादा सामान के लिए, आप पार्सल वैन में 30 किलोग्राम तक का सामान बुक कर सकते हैं।

थर्ड AC/AC चेयर कार: यात्रियों को इसमें 40 किलो वजन ले जाने की अनुमति है, साथ ही 10 किलो की छूट भी। इसके अलावा आप पार्सल वैन में 30 किलो और बुक कर सकते हैं।

स्लीपर क्लास: फ्री लगेज की सीमा 40 किलो है, साथ ही 10 किलो की छूट भी है। बुकिंग के साथ, आप पार्सल वैन में 70 किलो तक सामान ले जा सकते हैं।

सेकंड क्लास/जनरल क्लास: 35 किलोग्राम सामान ले जाने की अनुमति है, 10 किलोग्राम की छूट के साथ। जरूरत पड़ने पर, आप पार्सल वैन में 60 किलोग्राम अतिरिक्त सामान बुक कर सकते हैं।

कितना होगा बैग साइज?

ट्रेन में बैग या आपके सामान का साइज भी एक तय सीमा तक है। ट्रंक, सूटकेस और बक्सों का आकार 100 Cm x 60 cm x 25 cm से ज्यादा नहीं होना चाहिए। AC 3-टियर और AC चेयर कार के यात्रियों के लिए, यह सीमा कम है, जो 55 Cm x 45 Cm x 22.5 Cm। इससे बड़ा सामान ब्रेक वैन से भेजा जाना चाहिए, जिसका मिनिमम चार्ज 30 रुपए है।

5 से 12 साल के बच्चों को भी लगेज की छूट मिलती है, लेकिन आधी। यानी वो बड़ों की तरह फुल नहीं उठा सकते। और हां, लिमिट 50 किलो से ऊपर बिल्कुल नहीं।

अगर बड़े आकार के या रुकावट पैदा करने वाले बैग बोर्डिंग एरिया को ब्लॉक करते हैं, तो उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है।

रेलवे ने एक बयान में साफ किया, "लगेज से जुड़े नियम पहले से ही मौजूद हैं। अधिकारियों को इनका उचित पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, और मानक निर्देश (Standard Instruction) भी मौजूद हैं।"

अगर आप लगेज लिमिट पार कर जाते हैं तब क्या होगा?

फ्री अलाउंस खत्म होते ही कहानी दिलचस्प हो जाती है, अब आपका एक्स्ट्रा सामान नॉर्मल बुकिंग के 1.5 गुना रेट पर चार्ज होगा। कम से कम 30 रुपए तो देने ही पड़ेंगे, और गिनती भी 50 किलोमीटर की दूरी और 10 किलो वजन से शुरू होगी।

अधिकारियों का कहना है कि ये नियम भीड़ कम करने, यात्रियों की आरामदायक यात्रा और उनकी सेफ्टी के लिए जरूरी है, खासकर छुट्टियों और त्योहारों में जब ट्रेन के यात्रियोंसे डिब्बे खचाखच भरे होते हैं।

अच्छा स्कूटर, साइकिल या ऐसे भारी-भरकम सामान तो फ्री वाली लिस्ट में आते ही नहीं। इन्हें अलग से बुक करना पड़ेगा। इसलिए बेहतर यही है कि पहले से लिमिट चेक करके एक्स्ट्रा सामान बुक करा लो, नहीं तो आखिरी वक्त पर आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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Shubham Sharma

Shubham Sharma

First Published: Aug 19, 2025 6:48 PM

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