Vaishno Devi Yatra: माता वैष्णो देवी की यात्रा को खराब मौसम के कारण 5 अक्टूबर, रविवार से 7 अक्टूबर तक रोक दिया गया है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDB) ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यह बड़ा फैसला लिया है। यह फैसला भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी की गई खराब मौसम की चेतावनी के मद्देनजर किया गया है। बता दें कि इससे पहले अगस्त में यात्रा मार्ग में लैंडस्लाइड की वजह से हुई तबाही के बाद 22 दिनों तक यात्रा रुकी थी। उस हादसे में 34 लोगों की जान चली गई थी।
IMD की खराब मौसम की चेतावनी के बाद लिया गया फैसला
श्राइन बोर्ड ने शुक्रवार को IMD की मौसम संबंधी सलाह को देखते हुए तीर्थयात्रा को स्थगित करने की घोषणा की। बोर्ड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करके भक्तों को सूचित किया है कि यात्रा 8 अक्टूबर को फिर से शुरू होगी, बशर्ते मौसम की स्थिति अनुकूल रहे। अधिकारियों ने जोर देकर कहा है कि यह निलंबन तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और भलाई के हित में लागू किया गया है, और सभी से इस सलाह का पालन करने का आग्रह किया गया है।
पिछले महीने भी हुई थी लंबी रुकावट
यह लगातार दूसरा महीना है जब वैष्णो देवी यात्रा को निलंबित किया गया है। पिछले महीने, क्षेत्र में लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण यात्रा 22 दिनों तक रुकी रही थी। 26 अगस्त को हुए लैंडस्लाइड के बाद यात्रा को स्थगित कर दिया गया था, जो COVID-19 प्रतिबंधों के बाद सबसे लंबी रुकावट थी। गौरतलब है कि 26 अगस्त को कटरा से त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित पवित्र गुफा तक के 12 किलोमीटर के ट्रेक के लगभग आधे रास्ते में, अधकुवारी स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भारी बारिश के कारण एक विनाशकारी लैंडस्लाइड हुआ था। इस आपदा में 34 लोगों की मौत हो गई थी और 20 अन्य घायल हो गए थे।
नवरात्रि में उमड़ा था भक्तों का सैलाब
यात्रा निलंबन की खबर ऐसे समय आई है जब हाल ही में नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में भक्तों ने माता वैष्णो देवी के दर्शन किए थे। 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चले नवरात्रि पर्व के दौरान 1.70 लाख से अधिक भक्तों ने मंदिर में मत्था टेका। इस दौरान आधार शिविर कटरा में 'जय माता दी' के जयकारों और भजनों की गूंज सुनाई देती रही। नवरात्रि के दौरान इस मंदिर में साल भर में सबसे अधिक श्रद्धालु आते हैं।