Waqf Amendment Bill: लोकसभा में बुधवार (2 अप्रैल) को वक्फ संशोधन विधेयक पर लंबी चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष ने जोरदार तरीके से बहस की। चर्चा मुख्य रूप से विधेयक के प्रावधानों के इर्द-गिर्द ही केंद्रित रही। लेकिन एक अवसर ऐसा भी आया जब वाकयुद्ध एक बिल्कुल ही निजी मुद्दे पर चला गया। दरअसल, कांग्रेस सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सदन से बाहर जाते देखा तो वे भड़क गए। 12 घंटे से अधिक चर्चा के बाद विपक्ष ने पूछा कि जबकि लॉबी को सील कर दिया गया तब मतदान प्रक्रिया के बीच में दोनों नेताओं को बाहर जाने की अनुमति कैसे दी गई।
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सदन दोनों नेताओं के लिए नियमों को तोड़ रहा है। कुछ देर में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित अन्य कांग्रेस सांसद भी उनके साथ आ गए। सत्ता पक्ष के सांसदों ने बताया कि दोनों नेता वॉशरूम गए हैं। लेकिन विपक्ष बिल पर मतदान के दौरान हार की आशंका के चलते इसे बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश करता रहा। हालांकि, विपक्ष की खुशी जल्द ही शर्मिंदगी में बदल गई, क्योंकि विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई भी सदन से चले आए।
कांग्रेस पर पलटवार करते हुए बीजेपी सांसदों ने पूछा कि उनके अपने सांसद कैसे सदन से चले गए। जैसे ही विपक्ष ने सफाई देना शुरू किया कांग्रेस के एक अन्य सांसद इमरान मसूद भी बाहर से सदन में चले आए, जिससे सत्ता पक्ष के सांसद और भी खुश हो गए। इस हंगामे के बीच, राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना गया कि मतदान के दौरान "लॉबी की पवित्रता" सुनिश्चित करना स्पीकर का कर्तव्य था। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के बीच में दो सांसदों के बाहर चले जाने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
इस मामले में हंगामा तब तक चलता रहा, जब तक कि अमित शाह एवं राजनाथ सिंह वापस सदन में नहीं आ गए और अपनी-अपनी सीटों पर नहीं बैठ गए। जब मामला शांत हो गया, तब स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों को समझाया कि लॉबी की पवित्रता का उल्लंघन नहीं हुआ है, क्योंकि नए संसद भवन में "लॉबी" चैंबर के बाहर गलियारों तक फैली हुई है। इसमें वॉशरूम भी शामिल है।
स्पीकर ने कहा, "लॉबी का एक भी दरवाजा नहीं खोला गया है। जब नया संसद भवन बनाया गया था, तो लॉबी के अंदर वॉशरूम बनाने का प्रावधान किया गया था। (अनावश्यक रूप से) बहस न करें। यह सदन के युवा और बुजुर्ग सदस्यों को ध्यान में रखते हुए किया गया था।।"
घंटों चली बहस में सत्तारूढ़ NDA ने अल्पसंख्यकों के लिए लाभकारी कानून का बचाव किया। चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार समाज के हर वर्ग का ध्यान रखती है। उन्होंने विपक्षी सदस्यों के इन आरोपों पर आपत्ति जताई कि देश में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि इस विधेयक से किसी का नुकसान नहीं होगा। उन्होंने आज के दिन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इस विधेयक से करोड़ों-करोड़ मुस्लिम महिलाएं और बच्चे लाभांवित होंगे।