पश्चिम बंगाल पुलिस ने दुर्गापुर में एक मेडिकल छात्रा के साथ गैंगरेप के सिलसिले में एक और व्यक्ति, पीड़िता के साथ पढ़ने वाले को गिरफ्तार किया है, जिससे इस मामले में अब तक कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। ओडिशा के जलेश्वर की 23 साल की सेकंड ईयर की मेडिकल छात्रा ने उस रात की खौफनाक आपबीती बताई, जब दुर्गापुर उसके प्राइवेट कॉलेज के पास उसके साथ मारपीट की गई।
CNN-New18 ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के समने दिए अपने बयान में कहा कि उसके साथ पढ़ने वाले ने भी "उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी।" पुलिस सूत्रों के अनुसार, इसी बयान के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है।
डॉक्टरों से बातचीत में पीड़िता ने बताई आपबीती
वहीं इससे पहले अपना इलाज कर रहे डॉक्टर से बात करते हुए, पीड़िता ने बताया कि शुक्रवार रात डिनर से लौटते समय उसे और उसकी एक दोस्त को कुछ लोगों ने घेर लिया था।
उसने अपने बयान में कहा, "हमने देखा कि वे अपनी गाड़ी छोड़कर हमारी ओर आ रहे थे। हम जंगल की ओर भागने लगे। तभी वे तीन लोग हमारे पीछे दौड़े, मुझे पकड़ लिया और घसीटकर जंगल में ले गए।"
उसने बताया कि उन आदमियों ने उसका फोन छीन लिया और उसे अपने दोस्त को फोन करने के लिए मजबूर किया।
उसने डॉक्टर को बताया, "जब वह नहीं आया, तो उन्होंने मुझे जबरदस्ती लेटने के लिए मजबूर किया। जब मैं चिल्लाई, तो उन्होंने कहा कि अगर मैंने शोर मचाया, तो वे और आदमियों को बुला लेंगे और वे भी ऐसा ही करेंगे।"
आरोपियों के सामने बनाया क्राइम सीन
जांच के सिलसिले में, पश्चिम बंगाल पुलिस पहले गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों और पीड़िता के दोस्त को क्राइम सीन फिर से क्रिएट करने के लिए परानागंज काली बाड़ी श्मशान घाट के पास एक जंगल में ले आई।
जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने PTI को बताया, "आरोपी और पीड़िता के दोस्त, जो शुक्रवार रात उसके साथ थे, को अपराध के पुनर्निर्माण के लिए घटनास्थल पर लाया गया है। पूरे पुनर्निर्माण की वीडियोग्राफी की जाएगी और फिर उनके बयानों से मिलान किया जाएगा। हम पीड़िता के बयान से भी इसकी पुष्टि करेंगे।"
पुलिस ने कहा कि वे सभी आरोपियों की बैकग्राउंड की जांच कर रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनका कोई पुराना क्राइम रिकॉर्ड तो नहीं है। उनके मोबाइल फोन फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए गए हैं और पीड़िता के कुछ सहपाठियों से भी पूछताछ की जा रही है।
पांचों आरोपियों में से एक मेडिकल कॉलेज का पूर्व सिक्योरिटी गार्ड है, दूसरा अस्पताल में काम करता है, एक स्थानीय नगर निकाय में काम करता है और एक बेरोजगार है। सभी की मेडिकल जांच होनी है।