Y Puran Kumar IPS: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की मौत के मामले में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के पुलिस अधीक्षक (SP) नरेंद्र बिजारनिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। चंडीगढ़ पुलिस ने पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में मृतक द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में शामिल आरोपियों के खिलाफ गुरुवार (9 अक्टूबर) को FIR दर्ज की।
2001 बैच के 52 वर्षीय आईपीएस अधिकारी कुमार मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित अपने आवास पर मृत पाए गए। पुलिस ने बताया कि उनकी मौत गोली लगने से हुई। घटनास्थल से एक बंदूक बरामद की गई है। इसके बाद 156 नंबर की यह FIR चंडीगढ़ के सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। चंडीगढ़ पुलिस ने कहा है कि खुद की जान लेने के लिए उकसाने और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) एक्ट के आरोपों के तहत यह FIR दर्ज की गई है।
चंडीगढ़ पुलिस ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, "सुसाइड नोट में उल्लिखित आरोपियों के खिलाफ अत्याचार रोकथाम अधिनियम की धारा 108 आरडब्ल्यू 3(5) (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 3(1)(आर) के तहत FIR दर्ज की गई है। मामले की जांच जारी है।"
अगली कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर चंडीगढ़ पुलिस के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, "हम लगाए गए आरोपों की जांच करेंगे।" अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मामले की जांच चल रही है। सूत्रों का कहना है कि वाई पूरन कुमार ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के नाम हैं। कुमार ने इस नोट में यह बात विस्तार से लिखी है कि पिछले कुछ वर्षों में कैसे उन्होंने कथित तौर पर मानसिक उत्पीड़न और अपमान झेला है।
कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मार ली थी। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2001 बैच के अधिकारी वाई पूरन कुमार सेक्टर 11 स्थित अपने घर में बेसमेंट के एक कमरे में मृत पाए गए थे। उन्हें गोली लगी हुई थी। उन्हें हाल में रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर (PTC) का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) नियुक्त किया गया था।
गुरुवार शाम को सैनी ने कुमार की आत्महत्या से जुड़े कुछ घटनाक्रमों के मद्देनजर अपनी सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक की। सूत्रों ने कहा कि सरकार इस मामले में कुछ कार्रवाई पर विचार कर सकती है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर के खिलाफ अमनीत कुमार ने अपने पति की आत्महत्या के सिलसिले में कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। अमनीत पी. कुमार ने उनके पति के आखरी नोट में शामिल अधिकारियों को सस्पेंड करने, गिरफ्तार करने और परिवार को सुरक्षा देने की मांग की।
मीटिंग के दौरान IAS अमनीत ने CM सैनी को 2 पन्नों की शिकायत सौंपी। उन्होंने कहा कि केस दर्ज होने के बाद ही अंतिम संस्कार करूंगी। IPS अफसर वाई. पूरन कुमार ने आखिरी नोट में ये भी लिखा था कि उन्हें मंदिर जाने पर परेशान किया गया। छुट्टी नहीं दी गई जिससे वे मौत से पहले अपने पिता से नहीं मिल सके। साथ ही उन्हें बहुत कम महत्व वाले पदों पर पोस्टिंग दी ग। उन्हें झूठी कार्यवाही का सामना भी करना पड़ा।