वॉक करना केवल एक साधारण व्यायाम नहीं, बल्कि सेहत को बेहतर बनाने का सबसे आसान और असरदार तरीका है। रोजाना वॉक करने से वजन नियंत्रित रहता है, हृदय स्वस्थ रहता है, पाचन बेहतर होता है और मानसिक तनाव भी कम होता है। इसके अलावा, ये शरीर में ऊर्जा बनाए रखने और इम्यूनिटी मजबूत करने में भी मदद करता है। लेकिन ज्यादातर लोग यही सवाल करते हैं कि वॉक करने का सही समय कौन सा है सुबह या शाम? सुबह की वॉक का अपना अलग महत्व है। यानी, वॉक का सही समय आपके उद्देश्य और जीवनशैली पर निर्भर करता है। सुबह या शाम हर समय के अपने खास फायदे हैं, जिन्हें समझकर आप अपनी सेहत के लिए सबसे बेहतर विकल्प चुन सकते हैं।
सुबह का समय वॉक के लिए सबसे शांत और ताजगी भरा होता है। ठंडी हवा, साफ वातावरण और हल्की धूप शरीर को एनर्जी से भर देते हैं।
तनाव से राहत और मानसिक शांति – सुबह के समय ऑक्सीजन लेवल ज्यादा होता है, जिससे दिमाग शांत और फ्रेश महसूस करता है।
वजन घटाने में मदद – खाली पेट सुबह की वॉक मेटाबॉलिज्म को तेज करती है और दिनभर कैलोरी बर्न करने में सहायक बनती है।
विटामिन-D– सुबह की हल्की धूप हड्डियों और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है।
रूटीन में आसानी – सुबह का समय फिक्स होता है, इसलिए नियमित वॉक करना आसान हो जाता है।
जो लोग सुबह जल्दी नहीं उठ पाते, उनके लिए शाम का समय वॉक करने का बढ़िया विकल्प है। काम और जिम्मेदारियों के बाद ये शरीर और मन दोनों को आराम देती है।
स्ट्रेस– दिनभर का तनाव शाम की हल्की वॉक से दूर हो जाता है और मूड तरोताजा हो जाता है।
पाचन तंत्र के लिए बेहतर – खासकर डिनर के बाद की वॉक गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं से बचाती है।
मांसपेशियों की फ्लेक्सिबिलिटी – शाम को शरीर का तापमान थोड़ा ज्यादा होता है, जिससे मांसपेशियां लचीली बनती हैं और चोट का खतरा घटता है।
सोशल कनेक्शन – पार्क और ट्रैक पर लोगों से मिलना-जुलना बढ़ता है, जिससे मोटिवेशन बना रहता है।
अगर आपका मकसद वजन घटाना और मेटाबॉलिज्म बढ़ाना है, तो सुबह की वॉक आपके लिए सबसे सही है। वहीं, अगर आप चाहते हैं कि तनाव कम हो, मूड अच्छा रहे और नींद बेहतर आए, तो शाम की वॉक आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित होगी।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।