बाजार में जब रंग-बिरंगे फलों से सज जाते हैं, तो उनमें सबसे खास होता है अमरूद। हरे रंग का ये साधारण सा दिखने वाला फल स्वाद और सेहत दोनों में कमाल करता है। अमरूद को अक्सर लोग नमक-मिर्च लगाकर बड़े चाव से खाते हैं, तो कई घरों में इसकी चटनी और आचार तक बनाए जाते हैं। इसका स्वाद जितना ताजा और अनोखा होता है, उतनी ही बेहतरीन होती हैं इसकी खूबियां। अमरूद विटामिन C का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है, जो ठंड के मौसम में शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करता है। यही नहीं, इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पेट संबंधी समस्याओं को दूर रखता है।
रोजाना अमरूद खाने से इम्यूनिटी बेहतर होती है और शरीर सर्दी-जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों से लड़ने में सक्षम रहता है। यही वजह है कि सर्दियों के दिनों में अमरूद की मांग सबसे ज्यादा बढ़ जाती है।
क्यों होता है अमरूद अंदर से लाल या सफेद?
अक्सर लोग सोचते हैं कि अमरूद काटने पर उसका रंग अलग क्यों निकलता है। दरअसल, इसमें मौजूद लाइकोपीन (Lycopene) नामक प्राकृतिक पिगमेंट गूदे को लाल रंग देता है। वहीं जिन अमरूदों में लाइकोपीन की मात्रा कम होती है, उनका गूदा सफेद दिखता है। दोनों ही तरह के अमरूद स्वाद और पोषण में फायदेमंद होते हैं।
कीड़े वाले अमरूद की पहचान कैसे करें?
सर्दियों में अमरूद के खराब या कीड़े लगे मिलने की शिकायत आम है। कई बार बाहर से एकदम ताजा दिखने वाला अमरूद अंदर से खराब निकल आता है। ऐसे में खरीदारी करते समय कुछ आसान टिप्स अपनाकर आप कीड़े लगे अमरूद से बच सकते हैं।
अगर अमरूद पर काले धब्बे, छोटे छेद या असमान आकार दिखाई दे, तो उसमें कीड़े होने की संभावना रहती है। ऐसे फलों को खरीदने से बचना चाहिए।
ज्यादा पके और कीड़े लगे अमरूद दबाने पर मुलायम या पिचके हुए लगते हैं। वहीं अच्छे अमरूद न ज्यादा सख्त होते हैं और न ही बहुत नरम।
ताजा और मीठे अमरूद से हमेशा एक स्वाभाविक मीठी सुगंध आती है। अगर गंध नहीं आ रही या किसी तरह की सड़ी-गली बदबू महसूस हो रही है, तो समझ लीजिए फल खराब है।
अच्छे अमरूद का रंग हल्का हरा से पीला होता है। बहुत ज्यादा गहरा हरा अमरूद अधपका होता है, जबकि पूरी तरह पीला अमरूद ज्यादा पका हुआ होता है। साथ ही चिकना, हल्का लचीला और अपने आकार के हिसाब से वजनदार छिलका अच्छे फल की पहचान है।
अमरूद जितना स्वादिष्ट है उतना ही पौष्टिक भी। लेकिन सही और ताजे फल की पहचान जरूरी है। अगर आप खरीदारी के समय इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे, तो न सिर्फ स्वाद का मजा ले पाएंगे बल्कि कीड़े और खराब फल से भी बच जाएंगे।