हमारे सोचने-समझने का तरीका, इमोशन और रोजमर्रा के कामकाज सीधे तौर पर नर्वस सिस्टम के स्वास्थ्य पर निर्भर करते हैं। ये नर्वस सिस्टम दिमाग, याददाश्त, मूड और शरीर के कई कामों को संभालता है। लेकिन अगर हम अनजाने में कुछ ऐसी आदतों को अपना लेते हैं, जो धीरे-धीरे हमारे नसों को कमजोर करने लगती है। जिसकी वजह से हमें टेंशन, उदासी, थकान, इन एक्टिव और अकेलापन जैसी दिक्कतों होने लगती है। अगर इन गलत आदतों को समय रहते नहीं बदला गया, तो ये हमारे मेंटल हेल्थ और दिमाग को भी प्रभावित कर सकती हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में
अगर आपनी नींद पूरी नहीं होती है तो इससे दिमाग और शरीर दोनों पर बुरा असर पड़ता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, लगातार नींद की कमी से याददाश्त कमजोर हो सकती है और माइग्रेन या अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। सेहतमंद रहने के लिए हर दिन 7 से 9 घंटे की नींद लेना, समय पर सोना-जागना और सोने से पहले मोबाइल या टीवी से दूर रहना फायदेमंद होता है।
आज के समय में मोबाइस फोन का इस्तेमाल करना आम बात हो गई है। बहुत ज्यादा समय तक मोबाइल या लैपटॉप पर समय बिताने से आंखों को नुकसान पहुंचता है। ज्यादा फोन के इस्तेमाल से दिमाग जल्दी थक जाता है, जिससे तनाव और बेचैनी बढ़ सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक, हर 20 मिनट बाद 20 सेकंड के लिए करीब 20 फीट दूर किसी चीज को देखें, इससे आंखों और दिमाग दोनों को आराम मिलता है।
हर समय टेंशन में रहने से दिमाग पर काफी असर पड़ता है। ये आपके शरीर के हार्मोन बैलेंस को बिगाड़ सकता है, जिससे नींद खराब होने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी कमजोर हो जाता है। इसे कम करने के लिए योग, ध्यान या डायरी लिखने जैसी आसान आदतें काफी मददगार साबित हो सकती हैं।
स्मोकिंग करना सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होता है। धूम्रपान में मौजूद निकोटीन दिमाग की नसों को नुकसान पहुंचाता है और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देता है। नर्वस सिस्टम को सेफ रखने के लिए स्मोकिंग छोड़ना और प्रदूषित वातावरण से बचना जरूरी है।
जंक फूड खाना हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसान पहुंचाता है। बार-बार जंक और प्रोसेस्ड खाना खाने से नसें कमजोर हो सकती हैं और दिमाग सही तरह से काम नहीं कर पाता। मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन बी, ओमेगा-3 और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व जरूरी होते हैं। इसके लिए खाने में हरी सब्जियां, ताजे फल, मेवे और मछली शामिल करना फायदेमंद होता है।
एक ही जगह पर लंबे समय तक बैठे रहने से ब्लड फ्लो धीमा हो जाता है और दिमाग सही तरह से काम नहीं कर पाता। इसे ठीक रखने के लिए रोजाना हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करना जरूरी है, जैसे 30 मिनट पैदल चलना, साइकिल चलाना या योग करना। वहीं, कॉफी ज्यादा पीने से घबराहट और नींद की समस्या हो सकती है, जबकि शराब नसों को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए सेहत के लिए बेहतर है कि कॉफ़ी और शराब कम लें और उनकी जगह हर्बल चाय या पर्याप्त पानी पिएं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।