मुख्य द्वार सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। यहां लगाए गए पौधे केवल सजावट नहीं, बल्कि घर की समृद्धि और शांति पर गहरा असर डालते हैं। इसलिए पौधों का चयन सोच-समझकर करें।
बड़े पेड़
घर के मुख्य दरवाजे के सामने बड़े और घने पेड़ लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा की आवाजाही रुक जाती है। ऐसे पेड़ों की छाया पूरे दिन मुख्य द्वार पर पड़ना वास्तु दोष मानी जाती है, जिससे तरक्की रुक सकती है।
कैक्टस (कांटेदार पौधे)
इन पौधों के कांटे अशांति, तनाव और अंदरूनी कलह का प्रतीक माने जाते हैं। इन्हें प्रवेश द्वार पर रखने से परिवार में विवाद, कठिनाइयां और असुरक्षा की भावना बढ़ सकती है।
बोनसाई पौधे
बोनसाई पौधे देखने में भले ही आकर्षक लगते हैं, लेकिन ये विकास में रुकावट के संदेश देते हैं। मेन गेट पर बोनसाई रखने से परिवार या व्यापार के विकास में रुकावट और अवसरों की कमी मानी जाती है।
सूखे या मुरझाए पौधे
बेजान, सुखे और मुरझाए पौधे घर में निष्क्रियता और नकारात्मकता को बढ़ावा देते हैं। ये प्रवेश द्वार पर रखने से घर का माहौल बोझिल, सुस्त और संपन्नता में कमी लाते हैं।
इमली और कपास के पौधे
वास्तु में इमली के पेड़ को मानसिक तनाव और वातावरण को भारी करने वाला माना गया है। वहीं, कपास का पौधा, मृत्यु और व्यर्थ खर्चों से जोड़ा गया है, इसलिए इन दोनों से दूर रहना चाहिए।
मिल्क ग्रास
मिल्क ग्रास पौधा अपने जहरीले सफेद रस के कारण अशुभ माना जाता है। इसे प्रवेश द्वार पर रखने से घर के सदस्यों में तनाव, आपसी कलह और मानसिक शांति में बाधा आ सकती है।
फलों वाले पेड़
मुख्य दरवाजे के पास फलदार पेड़ लगाने से बार-बार पत्तियां, फूल और फल गिरने से गंदगी बढ़ती है जिससे घर का वातावरण अशुभ और अस्त-व्यस्त हो जाता है। इससे लगातार चिंता व अव्यवस्था बनी रह सकती है।
घर के सामने सदा हरे-भरे और डॉक्टरी सेहतमंद पौधे ही लगाएं। बेल-पौधों या भारी छाया वाले पेड़ के बजाय तुलसी, मनी प्लांट, जैसमीन आदि शुभ माने जाते हैं लेकिन जो पौधे ऊपर बताए गए हैं, उन्हें मुख्य द्वार से हमेशा दूर रखें।
घर के प्रवेश द्वार पर पौधों का सही चुनाव आपकी खुशहाली, प्रगति, और सकारात्मक ऊर्जा के लिए बेहद जरूरी है। इन सरल वास्तु बातों को ध्यान में रखकर अपने घर को हर परेशानी से बचा सकते हैं और एक सकारात्मक माहौल बना सकते हैं।
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